- ब्रह्मपुत्र सहित कुछ प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।
- बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या घटकर करीब चार लाख हो गई।
नई दिल्ली। असम में बाढ़ की स्थिति में मंगलवार को सुधार हुआ और बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या घटकर करीब चार लाख हो गई, हालांकि पिछले 24 घंटे में धेमाजी में एक और व्यक्ति की मौत होने ही सूचना मिली है।
एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। बुलेटिन में कहा गया कि बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या घटकर 16 हो गई है, जबकि ब्रह्मपुत्र सहित कुछ प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, बाढ़ की स्थिति में समग्र सुधार को देखते हुए आज से हल्के मोटर वाहनों और बसों को राष्ट्रीय राजमार्ग के काजीरंगा खंड से सामान्य रूप से चलने की अनुमति दी जाएगी, हालांकि वाहन की गति सीमा अभी भी लागू रहेगी।
शर्मा ने कहा कि हाथी काजीरंगा में अपने प्राकृतिक आवासों की ओर लौट रहे हैं, जो जल स्तर में कमी का संकेत है। उन्होंने कहा, बाढ़ के पानी के घटने का एक मुख्य संकेतक जानवरों का पलायन है।
अच्छी खबर यह है कि हमारे थर्मल कैमरों ने देखा है कि पानी का स्तर घटने के साथ ही काजीरंगा में अधिक से अधिक हाथी अपने प्राकृतिक आवास की ओर लौट रहे हैं। हालांकि, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में कहा गया है कि 49 राजस्व सर्किल और 16 जिलों के 1,021 गांवों में 4,04,128 लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। सोमवार तक 17 जिलों में 5.11 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित थे।
एएसडीएमए के बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों में धेमाजी में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस साल राज्य में बाढ़, आकाशीय बिजली और तूफान से मरने वालों की संख्या 113 हो गई है।