भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के रूठने-मनाने का सिलसिला शुरू हो गया हैं। पार्टी ने राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को प्रत्येक बार की तरह इस बार भी मैदान में उतार दिया हैं। नगरीय निकाय चुनाव में टिकट काटने से नाराज बागी प्रत्याशियों को कहा हैं कि ये मान लीजिए कि जिनके टिकट कटे है वो मैंने कटवाएं है। और जिन्हे इस बार टिकट मिले है वो मान ले कि उन्हें कमल नाथ ने दिलवाएं हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बात को लेकर नाराज नहीं बैंठना है बल्कि हम सभी को साथ मिलकर बीजेपी सरकार को परस्त करना हैं। दिग्विजय सिंह ने टिकते बाटने को बेकार कार्य कहते हुए कहा कि मैं टिकट बाटने का काम 1985 से करता आ रहा हूँ। उन्होंने कहा कि मेरे कहने जाने पर जिन्होंने नामांकन वापस लिया हैं उनके आभार करता हूँ।
उनसे मिलने मैंने उनके घर भी जाऊँग। साथ ही जो कार्यकर्ता निर्दलियाँ चुनाव से कांग्रेस के खिलाफ लड़ रहे है उन्हें पार्टी से निष्काषित किए जाने का मांग करता हूँ। प्रदेश अध्यक्ष कमनलाथ ने फिर इस बार नाराज कार्यकताओं को मनाने की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह पर सौप दिया हैं। दिग्विजय के इस बयान आने के बाद कांग्रेस पार्टी के कार्यकताओं में खलबली मच गई हैं।