देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले एनसीसी कैडेटों को संबोधित किया और उनके उज्जवल भविष्य को लेकर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि मेरी बड़ी इच्छा थी कि मैं हमारे एनसीसी के कैडेट्स से सीधा मिलूं और उनसे कुछ बातचीत करूँ पर अभी मैं कोविड पॉजिटिव हूं और अलग रखना और अन्य प्रोटोकल्स का पालन करने के कारण मुझे कहीं भी आने-जाने की मनाही है. उन्होंने एनसीसी का तारीफ करते हुए कहा कि एनसीसी उनके अंदर काफी अच्छे गुण पैदा कर चुकी है जो उनको एक अच्छा व्यक्ति बनाने में काफी सहायक होती है. उन्होंने कहा कि यह सर्वमान्य है कि विचार के आधार पर ही सभ्यताएं, संस्कृतियां और शासन आगे बढ़ा करते हैं. मुझे यह कहते हुए गर्व होता है कि हमारे देश में वर्तमान में जो सांस्कृतिक और राजनीतिक अवधारणा विद्यमान है इसको आज से हजार वर्ष पहले एक युवा संन्यासी शंकराचार्य ने सुदृढ़ किया था.
नेतृत्व और संघर्ष के गुणों को विकसित करती है एनसीसी
रक्षामंत्री ने नेशनल कैडेट कोर के बारे में कहा कि वह आपके अंदर नेतृत्व और संघर्ष के गुणों को विकसित करने का काम करता है. उन्होंने कहा कि यकीन मानिए आप जीवन में बड़े से बड़ा लक्ष्य भी अपनी मेहनत और लगन के दम पर प्राप्त कर सकते हैं. आप नए और बड़े सपने देख सकते हैं और उस पर पूरे मनोयोग से काम कर सकते हैं. बस आपको अपने विचारों के बंधन को तोड़ कर आगे बढ़ने की जरूरत है. इस दौरान रक्षामंत्री ने देश में कुछ यंग एंटरप्रेन्योर का जिक्र किया और कहा कि जैसे उन्होंने अपने लक्ष्य को पहचाना वैसे ही आप भी अपने लक्ष्य को पहचानकर आगे बढ़ सकते हैं और अपने साथ ही अपने देश के विकास में भागीदार बन सकते हैं.
