प्रदेश कांग्रेस में टूट रोकने प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह कल सुबह भोपाल आ रहे
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके दिग्गज नेता कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के लिए कांगे्रस में खलबली मची हुई है। हालांकि सिख दंगों को लेकर लगते रहे आरोपों को लेकर कमलनाथ को भाजपा में शामिल होने को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। वहीं राहुल गांधी ने भी कल रविवार को कमलनाथ से चर्चा की है। इसके बाद माना जा रहा है कि कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ और बहू प्रिया नाथ भाजपा में शामिल हो जाएं और कमलनाथ राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा कर दें।
एक संभावना यह भी है कि 25 फरवरी को राहुल गांधी की न्याय यात्रा के मध्यप्रदेश में प्रवेश करने के बाद भाजपा ने कांग्रेस को बड़ा झटका देने के लिए कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा प्रवेश को फिलहाल कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया है।
इधर प्रदेश कांगे्रस में टूट को रोकने के लिए प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह कल मंगलवार को सुबह भोपाल आ रहे हैं। भंवर जितेंद्र सिंह ने सभी कांग्रेस विधायकों को संदेश भिजवाया है कि मंगलवार सुबह ग्यारह बजे सभी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, बैठक करना है। इसी बीच समाचार मिला है कि करीब एक दर्जन विधायक और करीब इतने ही पूर्व विधायकों के साथ कमलनाथ अपने दिल्ली स्थित आवास पर आज सुबह बैठक कर रहे हैं।
कांग्रेस एकजुटता दिखाने के प्रयास में जुटी
कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने पार्टी में एकजुटता दिखाने के लिए अपने विधायकों और पूर्व मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों से लगातार संपर्क कर रही है। इस बीच समाचार मिला है कि कमलनाथ गुट के नेता भी दिल्ली में सक्रिय हैं और कमलनाथ के अगले कदम के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इधर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ और उनके सांसद बेटे के कुछ नेताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें मीडिया की उपज है। कमलनाथ पार्टी के सम्मानीय नेता हैं और उनके नेतृत्व में ही हमने विधानसभा का चुनाव लड़ा है। ऐसे में वे पार्टी नहीं छोड़ सकते। सभी नेता एकजुट हैं। मीडिया ने ही कमलनाथ के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने की अटकलों को जन्म दिया है।
न्याय यात्रा व लोकसभा की तैयारी शुरू
इधर प्रदेश कांगे्रस के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह द्वारा पार्टी विधायकों में एकजुटता दिखाने के लिए बुलाई गई बैठक को न्याय यात्रा और लोकसभा चुनाव की तैयारी बैठक बताई जा रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ के पार्टी छोडऩे की स्थिति में उनके साथ जाने वाले विधायकों, पूर्व विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को रोकने की रणनीति बनाने के साथ राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर यह बैठक आयोजित की जा रही है।