नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा से जुड़े 9 अन्य मामलों की जांच भी सीबीआई को सौंप दी गयी है। जिसके बाद अब हिंसा सम्बन्धी कुल 17 मामले है, जिनकी जांच अब सीबीआई को करनी है। अधिकारीयों का कहना है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध या यौन उत्पीड़न से संबंधित किसी अन्य मामले को भी प्राथमिकता के आधार पर उसे भेजा जा सकता है।
इस पूरे मामले पर सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि समाज जातीय आधार पर बंटा हुआ है, ऐसे में सीबीआई को मणिपुर ऑपरेशन के दौरान पक्षपात के आरोपों से बचने की महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि एक समुदाय के लोगों की किसी भी संलिप्तता के परिणामस्वरूप दूसरी तरफ से उंगलियां उठाई जाएंगी।
केंद्रीय जांच एजेंसी सभी फॉरेंसिक नमूनों को अपनी केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजेगी, क्योंकि दोनों समुदायों में से किसी एक द्वारा कोई भी नमूना संग्रह या इसकी जांच के परिणामस्वरूप जांच की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लग सकते हैं।