शर्मा के बेटे के नाम से विजय स्तंभ में है फ्लैट, करीबी ने दिया धोखा
भोपाल। आयकर छापे और भ्रष्टाचार के दो मामलों में दोषी पाए जाने के बाद स्वास्थ्य संचालक के पद से बर्खास्त किए गए डॉ. योगीराज शर्मा के बेटे के नाम से फर्जी अनुबंध पत्र बनाकर फ्लैट में कब्जा करने का मामला सामने आया है। डॉ. शर्मा के बेटे गौरव शर्मा के नाम से एमपी नगर जोन-1 स्थित विजय स्तंभ में एक फ्लैट है। उक्त फ्लैट में गौरव शर्मा का बिजनेस चलता है। बिजनेस संभालने के लिए उन्होंने हरेंद्र सिंह बेदी उर्फ राजा बेटी को रखा था।
फ्लैट के बिक्रय के जिस अनुबंध के आधार पर राजा बेदी अपना कब्जा जता रहा है, उसे 2010 में तैयार किया गया था। आरटीआई में शर्मा ने दस्तावेज निकलवाए तो अनुबंध पत्र में गौरव शर्मा के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। शिकायत जांच के बाद एमपी नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। एमपी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया ने बताया कि डॉ. योगीराज शर्मा ई-3, अरेरा कॉलोनी में रहते हैं।
एमपी नगर जोन-1 विजय स्तंभ में उनके बेटे गौरव शर्मा की कंपनी श्री जिगनेश वेयर हाउस के नाम पर फ्लैट नंबर एमआईजी 205 है। बीडीए ने कुछ माह पहले लीज संबंधी कोई नोटिस दिया था, जिसमें राजा बेदी ने खुद को फ्लैट का मालिक बताया। इसके बाद योगीराज शर्मा ने अपना दावा प्रस्तुत किया। साथ ही एमपी नगर थाने में शिकायत कर दी। शिकायत के बाद राजा बेदी ने पुलिस को फरियादी के बेटे गौरव शर्मा के नाम से उक्त फ्लैट का विक्रय अनुबंध प्रस्तुत किया, जो 2 अगस्त 2010 था।
पुलिस ने अनुबंध पत्र पर गौरव शर्मा के हस्ताक्षरों की हेंडराइटिंग एक्सपर्ड से जांच कराई तो पता चला कि फ्लैट के दस्तावेजों पर गौरव शर्मा के फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं। पुलिस ने एक्सपर्ड की रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी हरेन्द्र सिंह बेदी उर्फ राजा बेदी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
5 करोड़ के लिए दे चुका है धमकी
फरियादी डॉ. शर्मा ने पुलिस को बताया कि राजा बेदी पहले वेयर हाउस का काम देखता था। पिछले माह आरोपी हरेंद्र सिंह बेदी ने अमरीक सिंह उर्फ चिंटू, राकेश नेमा, पंकज श्रीवास्तव उर्फ बॉबी और रवि शर्मा के साथ मिलकर उन्हें हत्या की धमकी दी। वहीं आरोपियों ने आईएसबीटी स्थित एक होटल में उनका व उनके बेटे का अपहरण करने की धमकी देकर पांच करोड़ की अड़ी डाली थी। इस मामले में गोविंदपुरा पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की थी।
Capture of fake documents on the flat of sacked health director Yogiraj Sharma.