सोशल मीडिया पर सोमवार शाम एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर तहसीलदार किसान के साथ बहस के दौरान अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने महिला तहसीलदार के ट्रांसफर के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने देवास जिले के सोनकच्छ में तैनात तहसीलदार अंजली गुप्ता के वीडियो पर संज्ञान लिया है और कहा है कि अधिकारियों को लोगों से बातचीत करते समय सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।
जिसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देवास जिले के सोनकच्छ में तैनात तहसीलदार अंजली गुप्ता के वीडियो पर संज्ञान लिया है और कहा कि अधिकारियों को लोगों से बातचीत करते समय सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। सीएम यादव ने कहा कि इस तरह की अभद्र भाषा कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मेरे निर्देश के बाद कलेक्टर ने तहसीलदार को जिला मुख्यालय पर अटैच कर दिया है। सुशासन मेरी सरकार का मूल मंत्र है।
आपको बता दें कि वायरल वीडियो में अंजली गुप्ता को एक किसान के भूखंड पर पावर ट्रांसमिशन फर्म के टावर की स्थापना को लेकर चल रही बहस के बीच अपने आसपास के लोगों के समूह पर गुस्से में चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में तहसीलदार को किसान से कहते हुए सुना जा सकता है कि अंडे से निकले नहीं कर रहे मरने-मारने की बात, दरअसल, किसान ने इंग्लिश में तहसीलदार को उनको ड्यूटी समझाई तो वो भड़क गईं।
वीडियो सामने आने के बाद अंजलि गुप्ता ने कहा कि घटना पिछले गुरुवार की है और उन्होंने हस्तक्षेप किया क्योंकि एक किसान टावर के निर्माण में बाधा डाल रहा था। अंजलि गुप्ता ने दावा किया कि किसान पहले सहमत थे और उन्हें मुआवजा दिया जाना था लेकिन बाद में उन्होंने काम का विरोध करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल वहां लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए अनुचित शब्दों का जवाब दिया, बाद में मामला सुलझ गया।