ब्रिटेन में हाल ही में गृहमंत्री के पद से हटाई गईं भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को 1300 शब्दों का लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने सुनक पर धोखा देने का आरोप लगाया है। पद से हटाए जाने के बाद एक दिन बाद सुएला ने लिखा- सुनक लगातार अपनी नीतियों और वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। अपने खत में सुएला ने लिखा सुनक कई पॉलिसी पर अपने वादों को निभाने में साफ तौर पर लगातार फेल होते रहे हैं। या तो वो इन वादों को निभाने में असमर्थ हैं या फिर अब मुझे लगता है कि वो इन वादों को कभी पूरा नहीं करना चाहते थे। लंदन में फिलिस्तीन के समर्थन में हो रही रैलियों को बैन न करने पर सुएला ने कहा ये सबूत है कि सुनक कई मुद्दों पर अनिश्चित और कमजोर हैं। उनमें वो गुण नहीं हैं जो देश के लीडर में होना जरूरी हैं।
मेरे सहयोग से प्रधानमंत्री बनने में मिली मदद
सुएला ने बताया कि गृहमंत्री बनने से पहले उनकी सुनक से डील हुई थी। वो सरकार में शामिल होने को तब तैयार हुई थीं, जब सुनक ने उनसे बदलाव को लेकर कुछ वादे किए थे, जो लिज ट्रस की सरकार में नहीं हो रहे थे। सुएला ने कहा अगला चुनाव जीतने के लिए सुनक को अपना रास्ता बदलने की जरूरत है। उन्हें इमिग्रेशन और यहूदी विरोध को लेकर बदलाव करने की जरूरत है। सुएला ने कहा किसी को इस मामले में ईमानदार होने की जरूरत है। सुनक का प्लान काम नहीं कर रहा है। हमने रिकॉर्ड चुनावी हार झेली है। सुनक के तरीके फेल हो रहे हैं और अब हमारे पास ज्यादा समय नहीं है। उन्हें जल्द से जल्द बदलाव करने की जरूरत है। बीबीसी के मुताबिक, सुएला ने अपने खत में जिन वादों का जिक्र किया है, वो दस्तावेजों में मौजूद है, और सरकार संभालने से पहले सुनक ने इस पर हामी भरी थी।
अवैध लोगों को हर हाल में रोकूंगा
उन्होंने अपने पास इसकी एक कॉपी भी रखी थी और इन बैठकों के दौरान चश्मदीद भी मौजूद थे। सुएला ने कहा कि ये सिर्फ मुझे धोखा देना नहीं है बल्कि ये पूरे देश को धोखा है। सुनक ने कहा था कि वो इंग्लिश चैनल से नावों में बैठकर देश में अवैध तरह से घुसने की कोशिश कर रहे लोगों को रोकने के लिए कुछ भी करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।