परिजनों ने पुलिस पिटाई के कारण मौत के आरोप लगाए
भोपाल। राजधानी भोपाल में रहने वाले युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि ललितपुर जीआरपी की मारपीट के कारण युवक की जान गई है। उसे स्टेशन पर गंदगी फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। रात भर उसे बेरहमी से पीटा गया था।
परिजनों ने इस मामले में पुलिस पर वसूली के बाद छोडऩे के आरोप भी लगाए हैं। दरअसल युवक एक ठेकेदार के कहने पर ट्रेनों में खाना बेचने का काम करता था। परिजनों का कहना है कि मृतक की मेडिकल जांच में भी मारपीट की पुष्टि हुई है।
घटनाक्रम: सीताराम अहिरवार (47) उमराव प्रसाद अहिरवार द्वारका नगर कोच फैक्ट्री के पास गली नंबर एक में किराए से रहता था। उनकी पत्नी ने जीआरपी आईजी कार्यालय भोपाल में दिए शिकायत आवेदन में बताया कि उनके पति सोनू भदौरिया नाम के ठेकेदार के पास काम करते थे। ठेकेदार सोनू के कहने पर भोपाल से झांसी के बीच ट्रेन में खाना बेचने का काम करते थे। बीती 20 जुलाई को छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से ललितपुर स्टेशन सुबह 11-12 बजे के बीच पहुंचे थे। वहीं पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था। पत्नी को बताया पुलिस ने बेरहमी से पीटा: दिन भर जीआरपी ने हिरासत में रखा,अगले दिन चार हजार रुपए लेने के बाद उन्हें छोड़ा गया। घर आकर पति ने बताया कि जीआरपी थाने में उन्हें बेरहमी से पीटा है। 21 तारीख की रात उनकी तबीयत बिगड़ी,उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी। भानपुर के निजी अस्पताल में पति को भर्ती कराया गया। जहां उनका सीटी स्कैन और ऐक्सरे किया गया। जिसमें जिस्म के कई हिस्सों में चोटों की पुष्टि हुई। रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। थाना प्रभारी जीआरपी ललितपुर नवीन कुमार ने बताया कि 20 जुलाई को सीता राम को गिरफ्तार किया था। उसे चालान कर छोड़ भी दिया था। वह ट्रेन में अवैध तरीके से वेंडर का काम करता था।
Bhopal GRP: Suspicious death of youth released from custody