भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तीन दिनी प्रदेश दौरे का सोमवार को समापन हो गया है। शाह ग्वालियर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए है। इस दौरे के जरिए शाह ने बगावत कर रहे कार्यकर्ता,पदाधिकारी और कमजोर सीटों का आंकलन किया है। वहीं जीत की संभावनाएं वाली सीटो पर भी संभागीय स्तर पर पदाधिकारियों से चर्चा की है। इससे पहले रविवार को शाह ने उज्जैन में जनसभा कर कांग्रेस की घेराबंदी की और जनता से भाजपा को जीताने की अपील भी की है। सोमवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में बीजेपी के बागियों से वन-टू-वन चर्चा कर भितरघात से निपटने के उपाए किए है। धार जिले की मनावर सीट से दावेदारी कर रही पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने भी शाह से मुलाकात की। इसे लेकर रंजना बघेल ने कहा कि पार्टी की जीत को लेकर चर्चा हुई है, माहौल अच्छा है। बताया जा रहा है कि धार और बुरहानपुर सीट पर भी बागियों को बुलाकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की गई। धार से नीना वमाज़् को फिर टिकट मिलने से भाजपा नेता राजीव यादव, बुरहानपुर से अर्चना चिटनीस को लेकर पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह के बेटे हर्षवर्धन नाराज हैं।
इंदौर के बाद ग्वालियर पहुंचे अमित शाह ने यहां भी अंचल के रूठे नेताओं से वन-टू-वन चर्चा की। इसके बाद चुनावी रणनीति और तैयारियों की समीक्षा को लेकर संभागीय बैठक भी ली। इससे पहले सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्वालियर पहुंचने पर अमित शाह का स्वागत किया।
रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने पर जोर
शाह ने इंदौर रोड स्थित एक होटल में संभाग की 29 सीटों के 350 पदाधिकारियों से चर्चा की उन्होंने बागी प्रत्याशियों की जानकारी ली। साथ ही, रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने और डैमेज कंट्रोल, फीड बैक संबंधी चर्चा की। शाह बोले, ‘बूथ जीतेंगे, चुनाव जीतेंगे के नारे के साथ कार्यकर्ता चुनाव में जुट जाए। एक बार फिर से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प याद दिलाया और कहा कि कार्यकर्ताओं का बूथ स्तर पर बेहतर प्रदर्शन होगा तो हर हाल में हम मध्यप्रदेश में सरकार बनाएंगे।