- रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ी हिस्सेदारी का उदाहरण दिया।
- सैनिक स्कूलों में भी महिलाओं को प्रवेश दिया जा रहा है।
तिरुवनंतपुरम । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केरल के तिरुवनंतपुरम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि स्वतंत्रता के बाद महिलाओं को इस देश के विकास में सक्रिय योगदान देने से वंचित रखा गया, लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ी हिस्सेदारी का उदाहरण दिया। राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘जब मैं गृह मंत्री था तो मैंने सभी राज्यों को निर्देश जारी किए थे कि वे अपने राज्य के सुरक्षा बलों में एक तिहाई सीटें महिला उम्मीदवारों से भरें। आज सभी पुलिस बलों और अर्द्धसैनिक बलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।’
2029 तक 3 लाख करोड़ के रक्षा उत्पादन का लक्ष्य
रक्षा निर्यात को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम अब भारत में बने रक्षा उपकरणों का निर्यात कर रहे हैं। वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात 21,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। हमारा लक्ष्य 2029 तक रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाना है। सशस्त्र बलों द्वारा 509 वस्तुओं और रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा 5012 वस्तुओं की स्वदेशीकरण सूचियां जारी की गई हैं। हमारे देश का रक्षा उत्पादन 1.27 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। हमारा लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में 1.75 लाख करोड़ तक पहुँचना है। 2029 तक हम भारत में 3 लाख करोड़ रुपये का रक्षा उत्पादन हासिल करना चाहते हैं।’