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- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में आए धमकी भरे कॉल की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम नागपुर पहुंची।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय में आए धमकी भरे कॉल की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम गुरुवार को नागपुर पहुंची। एक अधिकारी ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने वाला धमकी भरे कॉल के पीछे मुख्य संदिग्ध है। पुलिस ने कहा कि 14 जनवरी को नागपुर में गडकरी के आधिकारिक आवास पर जयेश पुजारी उर्फ कांता की ओर से लैंडलाइन नंबर पर कॉल आई थी। उसने दाऊद इब्राहिम गिरोह का सदस्य होने का दावा करते हुए पहली धमकी भरे कॉल पर गडकरी से 100 करोड़ रुपये की मांग की। उसने 21 मार्च को दूसरी कॉल कर 10 करोड़ रुपये मांगे।
पुलिस जांच में खुलासा, आरोपी के लश्कर से थे संबंध
पुलिस जांच में पाया गया कि जयेश पुजारी के लश्कर-ए-तैयबा के गुर्गों से संबंध थे और उसने देश के उत्तर पूर्व में उग्रवादियों से हथियारों की ट्रेनिंग भी ली थी। पुलिस जांच के बाद गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच शुरू करने का निर्देश दिया था। पुलिस की ओर से कठोर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) लागू करने के बाद आरोपी जयेश पुजारी को 28 मार्च को नागपुर लाया गया था। हालांकि वह जेल में है, लेकिन इस महीने धमकी भरा तीसरा कॉल आया।