अधिकारी-कर्मचारियों का सर्विस रिकार्ड खाक, वेतन निर्धारण और पदोन्नति में आएगी दिक्कत
कई जरूरी नोटशीट और स्थानांतरण के दस्तावेज भी जले
एनएचएम, हेल्थ कॉर्पोरेशन, और भोपाल सीएमएचओ कार्यालय में लगेंगे संचालनालय के कार्य
आगजनी से हुए नुकसान का आंकलन शुरू, कई कमरों की छतें भी हुई कमजोर
भोपाल। सोमवार शाम चार बजे सतपुड़ा भवन में लगी आग 20 घंटे बाद पूरी तरह से बुझ सकी है। आग बुझाने के लिए भोपाल नगर निगम के साथ आसपास के जिलों, इंदौर से दो बहुमंजिला इमारतों की आग बुझाने वाली दमकलों के साथ सेना, बीपीसीएल व अन्य स्थानों से लगभग 34 दमकलें लगाई गई थीं। आग के विकराल रूप धारने के बाद बीती देर रात सेना को बुलाया गया। सेना के अधिकारियों, 15 जेसीओ और 130 सैनिकों के साथ दो अग्निशमन ट्रक और 20 टैंकरों ने आग बुझाने में काम किया। सेना के दो दमकलों और एयरपोर्ट की दकमलों के आने के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका है।
आग सतपुड़ा भवन के तीसरे मंजिल पर स्थित आदिम जाति क्षेत्रीय विकास परियोजना के कार्यालय में एसी में शार्ट सर्किट से कंप्रेशर में लगना प्रथम दृष्टया बताया जा रहा है। जिसके बाद आग ने विकराल रूप धारण किया और चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल में स्थित स्वास्थ्य विभाग के संचालनालय के कार्यालयों को अपनी चपेट में लिया। आब से आदिम जाति विभाग का कार्यालप पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है। आग लगने से करीब 200 कम्प्यूटर, पिंटर और आधा सैकड़ा के करीब एसी जलकर खाक हो गए हैं।
जनजातीय विकास योजना के दस्तावेज खाक
आदिम जाति विभाग के 89 विकासखंडों में संचालित योजनाओं संबंधी पूरी फाइलें जलकर खाक हो गई हैं। वहीं स्वास्थ्य संचालनालय के कार्यालयों की 80 प्रतिशत फाइलें जलकर खाक हो गई हैं। आग से सबसे बड़ा नुकसान स्वास्थ्य विभाग की स्थापना शाखा में हुआ है। यहां पर अधिकारी-कर्मचारियों के सर्विस रिकार्ड जलकर खाक हो गए हैं। इस वजह से उनकी पदोन्नति, वेतन और ग्रेड-पे का निर्धारण, कोर्ट में विचाराधीन प्रकरण और पेंशन निर्धारण में दिक्कत आएगी।
तीसरी मंजिल पर स्थित जनजातीय क्षेत्रीय विकास परियोजनाएं (टीएडीपी) का कार्यालय है। प्रदेश के 89 जनजातीय विकासखंडों में बुनियादी संसाधनों का विकास, शिक्षा, सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की फाइलें रखी थीं जो जल गई हैं। कंप्यूटर जलने से इनमें रखा रिकार्ड भी जल गया जो सामग्री आनलाइन उपलब्ध है, वहीं मिल पाएगी।
विकास कार्यों के भुगतान, कोर्ट केस की फाइलें भी जलीं
स्वास्थ्य संचालनालय के चौथी मंजिल पर स्वास्थ्य संचालनालय की बजट शाखा, विधानसभा शाखा, विकास शाखा, परिवार कल्याण, शिकायत शाखा, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी) शाखा है। शिकायत शाखा में जांच एजेंसियों में चल रही शिकायतों की फाइलें थीं। कई शिकायतें लोकायुत्त और ईओडब्लयू के पास भी लंबित हैं। प्रदेश भर में ढाई हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं। कितना काम हुआ और कितना भुगतान किया गया इसके दस्तावेज भी यहां पर थे।
पुनर्निमान के चलते पांचवीं मंजिल खाली थी
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य संचालनालय के कई कार्यालय पांचवीं मंजिल में संचालित हो रहे थे, लेकिन एक पखवाड़े से यहां निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके चलते यहां से फाइलें और दस्तावेज अधिकारियों ने दूसरे फ्लोर पर रखी थीं। वहीं छठवीं मंजिल- स्वास्थ्य विभाग के अधीन है। यहां बड़ा नुकसान स्थापना शाखा में हुआ है।
विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों के मूल सर्विस रिकार्ड यहां पर था। गोपनीय चरित्रावली और पदोन्नति की फाइलें भी थीं। इसके अलावा स्वास्थ्य आयुक्त और स्वास्थ्य संचालक का कक्ष है।
80 percent files and documents of the health department were burnt, the roofs of many rooms were also weak..