कर्नाटक में चुनाव का एलान हो गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बुधवार को राज्य में चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, राज्य में 10 मई को वोटिंग होगी और 13 मई को चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
चुनाव आयुक्त ने कहा, 13 अप्रैल को राज्य में चुनावों की घोषणा के लिए अधिसूचना जारी कर दिए जाएंगे और 20 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 21 अप्रैल तक नामांकन पत्रों की जांच होगी और 24 अप्रैल को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है।
पहली बार शुरू होगा वोट फ्राम होम
प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधाओं के लिए कई अहम घोषणाएं भी की। जिनमें से प्रमुख यह, बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं को वोट डालने के लिए अब आयोग वोट फ्राम होम की सुविधा पहली बार शुरू करने जा रहा है।
इसके तहत 80 से अधिक उम्र के मतदाता और दिव्यांग का वोट कलेक्ट करने के लिए आयोग की टीम उनके घर जाएगी, तो वहीं 1 अप्रैल से 18 साल के हो रहे वह मतदाता भी वोट डाल पाएंगे। इसके लिए भी चुनाव आयोग ने प्री-रजिस्ट्रेशन की सुविधा की है।
क्या है राजनीतिक समीकरण?
चुनावी विशेषज्ञों की मानें तो मुकाबला मुख्यत: दो प्रमुख पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच होना है लेकिन कई सीटों पर जेडीएस जैसे क्षेत्रीय दल भी खेल बिगाड़ सकते हैं। सवाल यह भी हैं कि चुनावी तारीखों की घोषणा तो हो गई है लेकिन राज्य में किन मुद्दों पर चुनाव लड़े जाएंगे। क्या ये चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर होगा? हिजाब के मुद्दे पर होगा? या फिर मुस्लिमों को दिए गए आरक्षण के मुद्दे पर होगा. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसको लेकर के भी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।