महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को दूसरा पदक मिल चुका है। स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उन्होने चीन की वांग लिन को स्पिलिट डिसिजन से परास्त कर पदक अपने नाम किया। वहीं, इसके पहले नीतू घणघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। इन दोनों के अलावा निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने भी फाइनल में जगह बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है। इसके पहले स्वीटी ने 9 साल पहले 2014 में सिल्वर मेडल जीता था।
पहला पदक नीतू घणघस ने 48 किग्रा भारवर्ग में जीता
महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने पहला पदक जीत लिया है। नीतू घणघस ने 48 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। वहीं स्वीटी बूरा का भी फाइनल मुकाबला तोड़ी देर में होने वाला है। इन दोनों के अलावा निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन ने भी फाइनल में जगह बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है।
कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा की पत्नी हैं स्वाीटी
बता दें स्वीटी कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा की पत्नी हैॆं। एक खिलाड़ी होने के नाते उन्होंने स्वीटी को कभी प्रैक्टिस करने से नहीं रोका। यही कारण अब स्वीटी ने देश का नाम रोशन किया है। दरअसल स्वीटी ने दीपक से शादी कर 10 दिन बाद ही वह पैक्टिस में जुट गई थीं।
इसके पहले दो बार की विश्व यूथ और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता नीतू रहीं हैं। नीतू का यह पहला विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक है।
गौरतलब है कि भारतीय महिला मुक्केबाजों ने 17 साल पहले की सफलता को दोहराने का मौका है। दिल्ली में ही हुई 2006 की विश्व चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों ने चार स्वर्ण पदक जीते थे। इस बार भी उसके चार मुक्केबाज नीतू (48), निकहत जरीन (50), लवलीना (75) और स्वीटी बूरा (81) फाइनल में हैं। नीतू और स्वीटी शनिवार को स्वर्ण के लिए रिंग में उतरेंगी, जबकि निकहत और लवलीना रविवार को फाइनल खेलेंगी।