- पेरिस ओलंपिक में भारत के पास मौका है पिछले चार दशक के स्वर्ण पदक के सूखे को खत्म करने का।
मुंबई । भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक खेलों में हमेशा फैंस की उम्मीदों के बोझ के साथ मैदान में उतरती है। इस बार पेरिस ओलंपिक में भारत के पास मौका है पिछले चार दशक के स्वर्ण पदक के सूखे को खत्म करने का। भारतीय हॉकी टीम के पास आठ स्वर्ण पदकों की विशाल विरासत है।
टोक्यो ओलंपिक खेलों में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद से पुरुष टीम से उम्मीदें कई गुना बढ़ गई हैं। अब प्रशंसक न केवल भारतीय टीम से एक और पदक जीतने की उम्मीद करते हैं, बल्कि यह भी चाहते हैं कि यह स्वर्ण या रजत हो।
पेरिस में भारत एक चुनौतीपूर्ण ग्रुप में है, जिसमें गत चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड और आयरलैंड जैसी टीमें है। इसलिए टीम का पहला लक्ष्य शीर्ष चार में रहना और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना होगा। ओलंपिक खेलों में लगभग एक महीने का समय बचा है, ऐसे में आईएएनएस ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम की तैयारियों और पेरिस में उनकी संभावनाओं का जायजा लेने के लिए पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कोच जोकिम कार्वाल्हो से बात की।