देहरादून। कुंभ के दौरान हरिद्वार में भीड़ बढऩे की संभावना के मद्देनजर परिवहन निगम हरिद्वार की बाहरी सीमा पर छह अस्थायी बस अड्डे बना रहा है। इन्हीं बस अड्डों से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। परिवहन निगम कुंभ अवधि में 250 बसों का संचालन भी करेगा। ये बस अड्डे सात अप्रैल से 16 अप्रैल तक अस्तित्व में रहेंगे।
हरिद्वार कुंभ विधिवत रूप से एक अप्रैल से शुरू हो चुका है। 12, 14 और 27 अप्रैल को तीन शाही स्नान भी होंगे। कुंभ के दौरान प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु और शाही स्नान के दिनों में 50 लाख श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने की संभावना है। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच श्रद्धालुओं के इतनी बड़ी संख्या में पहुंचने की संभावना से शासन व प्रशासन की पेशानी पर बल पड़े हैं। व्यवस्था इस प्रकार की बनाने का प्रयास चल रहा है कि कुंभ स्नान के पश्चात श्रद्धालु हरिद्वार में ठहरने के बजाय सीधे अपने गंतव्य को लौट जाएं। इसके लिए परिवहन निगम की 250 और निजी कंपनियों की 650 बसों की व्यवस्था की गई है। भीड़ के कारण ये बसें हरिद्वार शहर के अंदर नहीं आ सकती। इसलिए परिवहन निगम ने छह अस्थायी बस अड्डे बनाए हैं।
इनमें दो ऋषिकुल में बनेंगे। इसके अलावा चंड़ी घाट/गौरी शंकर, मोतीचूर, बैरागी कैंप/दक्षदीप और धीरवाली में एक-एक बस अड्डा बनाया जाएगा। प्रत्येक बस अड्डे में एक सहायक महाप्रबंधक और एक सहायक लेखाधिकारी की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा बसों के रखरखाव को मैकेनिक भी तैनात किए जाएंगे। परिवहन निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि मुख्य स्नान पर्वों पर ये बस अड्डे 24 घंटे संचालित रहेंगे। यहां कार्मिकों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगाई जाएगी।