स्वदेश डेस्क – आज यानि कि 8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है और सूतक काल जारी है। ग्रहण भारत में ज्यादातर हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश में पूर्ण चंद्र देखने को मिलेगा। भारत में ग्रहण दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल मान्य होगा। ग्रहण से 09 घंटे पहले सूतक काल लग जाएगा। वहीं दोपहर 1.31 बजे से चंद्र ग्रहण शुरू हो गया है। अभी ये उपछाया ग्रहण है, जिसमें चंद्रमा धुंधला दिखाई देता है, घटता नहीं है। 2.38 बजे से आंशिक ग्रहण दिखने लगेगा, जिसमें चंद्रमा घटना शुरू होगा। 3.46 से 5.11 बजे तक पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा। भारत में भी 4.23 से ईटानगर और कोहिमा में पूर्ण ग्रहण दिखने लगेगा। यहां 5.11 से 6.19 तक आंशिक ग्रहण दिखेगा।

अगले साल 2023 में कुल चार ग्रहण होंगे। इनमें दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण रहेंगे, लेकिन देश में सिर्फ एक आंशिक चंद्र ग्रहण ही दिखेगा। इसलिए, आज चंद्र ग्रहण देखने का मौका न छोड़ें। ये ग्रहण चंद्रोदय के साथ ही दिखने लगेगा।अगले साल 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण होगा। 5 मई 2023 को उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, इसकी धार्मिक मान्यता नहीं है। 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होगा। ये तीनों ग्रहण भारत में नहीं दिखेंगे। 28 अक्टूबर को आंशिक चंद्र ग्रहण रहेगा। ये देश में दिखेगा । चंद्र ग्रहण सीधे नग्न आंखों से देख सकते हैं। अगर ज्यादा करीब से ग्रहण देखना है तो टेलिस्कोप, बाइनोक्युलर से देख सकते हैं। जिन जगहों पर पूर्ण चंद्र ग्रहण है, वहां ये लाल दिखेगा।
धार्मिक कार्य रहेंगे वर्जित

ग्रहण का सूतक चल रहा है। चंद्र और सूर्य ग्रहण के 9 घंटे पहले इसका सूतक शुरू हो जाता है। इस दौरान कोई धार्मिक कार्य नहीं किया जाता है। मंदिरों में पूजा नहीं होती। घर में भी पूजन-पाठ नहीं किए जाते हैं। खाने की चीजों में तुलसी पत्र डालकर रखे जाते हैं। वही मान्यता हैं कि सूतक और ग्रहण ग्रहण के समय में पूजा-पाठ नहीं कर सकते, लेकिन मंत्र जप और दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।
ग्रहण खत्म होने के बाद करें कार्तिक पूर्णिमा का दीपदान

कार्तिक पूर्णिमा का दीपदान करना चाहते हैं तो ग्रहण खत्म होने का इंतजार करें। ग्रहण खत्म के बाद स्नान करें, घर में गौमूत्र या गंगाजल का छिड़काव करें। इसके बाद दीपदान करें।