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- तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने इस घटना के लिए स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराया है।
- घटना के बाद बसंती इलाके में तनाव और छिटपुट झड़पें शुरू हो गईं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले में राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के दौरे.के एक दिन बाद मंगलवार की सुबह से आगामी पंचायत चुनावों को लेकर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। ताजा खबर के मुताबिक, बसंती में गोलीबारी में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता खगेन भूटिया (55) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें स्थानीय प्राथमिक ब्लॉक ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने इस घटना के लिए स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराया है, जिसे खारिज कर दिया गया है। घटना के बाद बसंती इलाके में तनाव और छिटपुट झड़पें शुरू हो गईं। हालांकि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की एक टुकड़ी वहां पहुंच गई, लेकिन रिपोर्ट दर्ज होने तक इलाके में तनाव व्याप्त था। इसी तरह, उसी जिले के भांगर के माझेरहाट इलाके में सोमवार देर रात तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (एआईएसडी) के कार्यकर्ताओं के बीच बड़े पैमाने पर झड़पें हुई। ये झड़पें एआईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी के आवास के काफी करीब हुईं। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों के साथ पुलिस दल इलाके पर पहुंचा और स्थिति पर काबू पाया। स्थानीय एआईएसएफ नेतृत्व ने आरोप लगाया है कि पुलिस जानबूझकर उनके समर्थकों को ही गिरफ्तार कर एकतरफा कार्रवाई कर रही है। राज्यपाल ने बसंती का दौरा किया और मारे गए तृणमूल कांग्रेस नेता जियारुल मोल्ला की बेटी मनोआरा पियादा से मुलाकात की, जिनकी कथित तौर पर उनकी ही पार्टी के सहयोगियों ने रविवार सुबह हत्या कर दी थी। राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली के आगामी चुनावों को लेकर चल रही हिंसा पर भी कड़ा संदेश दिया। उन्होंने राज्य चुनाव आयोग और सरकार को हिंसा करने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के लिए 48 घंटे की समय सीमा भी दी।