सवाल : पर्यटन विभाग की आंकड़े क्या कहते हैं किस प्रकार से लक्षद्वीप जाने वाली यात्रियों की संख्या बढ़ रही है?
जवाब : ऑल इंडिया टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटर एसोसिएशन( एआईटीटीओए) के मुताबिक बीते तीन दिनों में उनके पास लक्षद्वीप को लेकर जितनी बुकिंग को लेकर कॉल आई हैं उतनी आज तक कभी नहीं पहुंची। तीन दिन में 7000 लोगों ने देशभर से बुकिंग कराई अनुमान के मुताबिक अगले तीन महीने के भीतर बीते तीन दिनों में ही बहुत से लोग लक्षद्वीप जाने की बुकिंग करा चुके हैं। लक्षद्वीप में साल 2020 में 3,462 पर्यटक आए। वहीं 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 13,500 हो गया।
सवाल : लक्षद्वीप कहां स्थित है?
जवाब : लक्षद्वीप भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट से 200 से 440 किमी दूर अरब सागर में स्थित है। यह देश का सबसे छोटा संघ राज्यक्षेत्र द्वीपसमूह है। इसमें 32 किलोमीटर के क्षेत्र वाले 36 द्वीप हैं। यह एक यूनी-जिला संघ राज्य क्षेत्र है। मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप का नाम ‘एक लाख द्वीप’ है।
सवाल : क्यों चर्चा में है लक्षद्वीप?
जवाब : पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद से यह द्वीप क्षेत्र चर्चा में है। पीएम मोदी ने लक्षद्वीप दौरे के दौरान यहां की तस्वीरें पोस्ट की थी। इसके साथ ही लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से की जाने लगी। सोशल मीडिया पर लोग पर्यटन के लिए लक्षद्वीप को तरजीह देने की पैरवी करते दिखे। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप से जुड़े वीडियो और फोटो खूब शेयर किए जाने लगे।
सवाल : लक्षद्वीप कैसे पहुंच सकते हैं?
जवाब : लक्षद्वीप के लिए पहले कोच्चि पहुंचना होगा। कोच्चि से संचालित जहाजों और फ्लाइट से लक्षद्वीप द्वीप तक पहुंच सकते हैं। सभी टूरिस्ट उद्देश्यों के लिए कोच्चि लक्षद्वीप का एंट्री रूट है। अग्टे और बंगारम द्वीप के लिए कोच्चि से फ्लाइट से पहुंचा जा सकता है। मुंबई से सीधे अगाती के लिए भी फ्लाइट उपलब्ध है। लक्षद्वीप में हवाई पट्टी केवल अगाती द्वीप में है। यहां से सात यात्री जहाजों एमवी कवारत्ती, एमवी अरबियन सी, एमवी लक्षद्वीप सी, एम वी लैगून्स , एम वी कोरल्स, एमवी अमिंडीवि और एमवी मिनिकॉय कोचीन और लक्षद्वीप के बीच काम चलते हैं। यात्रा के लिए चुना द्वीप के रूट पर 14 से 18 घंटे का समय लगता है।
सवाल : लक्षद्वीप में घूमने की जगह कौन-कौन सी है?
जवाब : प्राकृतिक परिदृश्य, रेतीले समुद्र तट, वनस्पतियों और जीवों की बहुतायत और एक जल्दी से जीवन शैली के अभाव में लक्षद्वीप की मिस्टिक को बढ़ाती है। लक्षद्वीप में अगाती, बंगारम, कदमत, कलपेनी, कवराती, मिनीकॉय मुख्य पर्यटन स्थल हैं।
सवाल : क्या मालदीप की अर्थव्यवस्था भारतीयों पर टिकी हुई है?
जवाब : पर्यटकों में सबसे ज्यादा भारत के कोरोना से पहले केवल 2019 में मालदीव पहुंचे पर्यटकों की संख्या करीब 20 लाख थी। भारत से मालदीव जाने वालों की बात करें तो 2023, 22 और 21 को मिलाकर करीब साढ़े सात लाख लोग मालदीव की यात्रा कर चुके हैं, जबकि ये कोरोना काल के बाद के आंकड़े हैं। मालदीव सरकार के आंकड़े बताते हैं और वहां की सरकार इसे स्वीकार करती है कि पर्यटकों में सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है। मालदीव के टूरिज्म सेक्टर को बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह ये है कि भारतीयों ने मालदीव का बायकॉट करना शुरू कर दिया है। देश की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर टिकी हुई है और पिछले साल 2 लाख भारतीय वहां छुट्टियां मनाने गए थे. ऐसे में भारतीयों के मालदीव नहीं जाने से उसकी अर्थव्यवस्था को झटका तो जरूर लगने वाला है।