- मराठा समुदाय को आरक्षण देने के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) या किसी अन्य समुदाय के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून का सत्र गुरुवार से शुरू होने वाला है। इसके पहले, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर विपक्ष के महाविकास आघाडी गठबंधन को पारंपरिक चाय पार्टी पर बुलाया था। जिसका विपक्ष द्वारा बहिष्कार किया गया। महाविकास आघाडी के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों सहित आम जनता के मुद्दों को हल करने में विफल रही है।
मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठा समुदाय को आरक्षण देने के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) या किसी अन्य समुदाय के साथ अन्याय नहीं किया जाएगा। इस दौरान संवाददाता सम्मेलन में सीएम शिंदे के साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार मौजूद थे।
मराठा को आरक्षण देते समय ओबीसी के साथ नहीं होगा अन्याय
एकनाथ शिंदे ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन सरकार लोगों पर आश्वासनों की बौछार नहीं करेगी, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले अंतिम सत्र के दौरान पेश किया जाने वाला बजट किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मराठा समुदाय को आरक्षण देते समय ओबीसी या किसी अन्य समुदाय के साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा।”उन्होंने कहा कि महायुति सरकार ने इस साल की शुरुआत में मराठों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए एक विशेष सत्र आहूत किया था।