राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि, मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में दी जानकारी
भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से लोगों की गरीबी घटी है। बीते पांच वर्ष में देशभर में साढ़े तेरह करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए हैं, जिसमें प्रदेश के 15.94 प्रतिशत यानी 1.36 करोड़ लोग भी शामिल हैं।
सवा करोड़ से अधिक लोगों के गरीबी की रेखा से बाहर आना राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। सोमवार को केंद्रीय नीति आयोग से एक रिपोर्ट में यह आंकड़े सार्वजनिक किए गए हैं। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री ने आंकड़ों की जानकारी देते हुए सभी को बधाई दी है। गरीबी कम करने में देश में मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर है। पहले नंबर पर उत्तरप्रदेश और दूसरे नंबर पर बिहार है।
मुख्यमंद्ध शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारी-कर्मचारियों और प्रदेश की जनता को इसके लिए बधाई दी है। जानकारी के अनुसार नीति आयोग के राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक एक प्रगति संबंधी समीक्षा-2023 नाम से जारी की गई रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में वर्ष 2015-16 से वर्ष 2019 से 21 के बीच का आकलन कर तथ्य दिए गए हैं। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, सदस्य डॉ. वीके पाल, डॉ अरविंद विरमानी और नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने यह रिपोर्ट जारी की है।
मध्यप्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि
कैबिनेट की बैठक से पहले मंत्रियों और अधिकारियों से अनौपचारिक चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में 15.94 प्रतिशत लोग गरीबी से बाहर हुए हैं। कुल मिलाकर 1.36 करोड़ लोग गरीबी सीमा से बाहर हुए हैं। यह हम नहीं नीति आयोग कह रहा है। मैं समझता हूं मध्यप्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
एक करोड़ 36 लाख लोगो को केंद्र और राज्य की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। अलग-अलग लाभ दे रहे हैं उसका इंपैक्ट आता है। कुल मिलाकर यह हमें सफलता मिली है। मैं मानता हूं कि यह एक बढ़ा काम है जो हमारे मध्यप्रदेश में केंद्र और राज्य की कई योजनाओं की वजह से हुआ है।
Poverty decreased in Madhya Pradesh, 1.36 crore people came out of poverty line.