मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने चुनावी आगाज कर दिया। मंगलवार को पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भोपाल पहुंचे। यहां दोनों ने भेल दशहरा मैदान में चुनावी बिगुल फूंकते हुए भाजपा-कांग्रेस पर जमकर हमले बोले। इस दौरान केजरीवाल ने कई बार प्रधानमंत्री को कम पढ़ा लिखा कहकर तंज भी कसा, अब देखना यह है कि इसका आप को फायदा होगा या नुकसान। इस कार्यक्रम में केजरीवाल ने मध्य प्रदेश के सभी 230 सीटों में चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया है। दिल्ली के तर्ज में मध्य प्रदेश को रखकर उन्होने यहां भी बिजली पानी सब फ्री करने का ऐलान भी किया है, हालाकि मध्य प्रदेश की जनता ने अभी तक प्रदेश की राजनीति को 2 पार्टी तक ही सीमित रखा है।
केजरीवाल के इस मुफ्त बिजली के नारे का कितना होगा असर?
मध्य प्रदेश की राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ कहते हैं कि आम आदमी पार्टी जिन राज्यों में जाती है, वहां दिल्ली की मुफ्त बिजली और अच्छी शिक्षा के मॉडल पर ही चुनाव लड़ती है। इसका उसे कुछ राज्यों में फायदा भी हुआ है। जहां तक मध्य प्रदेश की बात है तो राज्य में सिंगरौली, सीधी को छोड़कर बाकी जिलों में जमीनी कार्यकर्ता कम हैं। पार्टी ने सिंगरौली में मेयर चुनाव जरूर जीता है लेकिन, इससे ये कहना कि राज्य की सत्ता में आ जाएगी थोड़ा जल्दबाजी होगी।
आप की इंट्री नुकसान किसे ज्यादा होगा भाजपा या कांग्रेस?
रिपोर्ट की माने तो दिल्ली, पंजाब यहां तक कि गुजरात में जहां भी आप का विस्तार हुआ उससे सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 2023 में सत्ता पक्ष से नाराज वोटर जो कांग्रेस की तरफ जाता वह आप की तरफ आ जाएगा। ऐसे में विपक्षी वोटों के बिखराव का फायदा भाजपा को मिल सकता है।