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- भारतीय रेलवे अब तक 35 वंदेभारत एक्सप्रेस को ट्रैक पर उतार चुका है.
- रेल मंत्रालय के अनुसार अगले वर्ष मार्च 2024 तक यह ट्रेन ट्रैक पर आ जाएगी.
- राजधानी व अन्य प्रीमियम ट्रेनों से इसका स्लीपर कोच थोड़ा अलग होगा.
नई दिल्ली. वंदेभारत एक्सप्रेस यात्रियों को खूब पसंद आ रही है. यही वजह है कि भारतीय रेलवे अब तक 35 वंदेभारत एक्सप्रेस को ट्रैक पर उतार चुका है. और लगातार वंदेभारत ट्रेनों का निर्माण चल रहा है, जिससे अधिक से अधिक यात्री इस शानदार ट्रेन से सफर का आनंद उठा सकें. अभी तक जो वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही हैं, वो बैठने वाली हैं, लेकिन जल्द ही लोग स्लीपर वंदेभारत का आनंद उठा सकेंगे. भारतीय रेलवे ने स्लीपर वंदेभारत को ट्रैक पर उतारने की तैयारी पूरी कर ली है. इसकी डेडलाइन भी तय हो चुकी है. रेल मंत्रालय के अनुसार तय समय पर स्लीपर वंदेभारत से सफर का आनंद सकेंगे. इसका डिजाइन लगभग फाइनल हो गया है. रेल मंत्रालय के अनुसार अगले वर्ष मार्च 2024 तक यह ट्रेन ट्रैक पर आ जाएगी. पहली स्लीपर वंदेभारत आईसीएफ चेन्नई ही बनाएगा. राजधानी व अन्य प्रीमियम ट्रेनों से इसका स्लीपर कोच थोड़ा अलग होगा. इसमें प्रत्येक कोच में चार के बजाए तीन टॉयलेट होंगे. इसके साथ ही एक मिनी पेंट्री भी बनाई जाएगी. एक स्लीपर वंदेभारत ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगी. इसमें यात्रियों के लिए 823 बर्थ और स्टाफ के लिए 34 बर्थ होंगी. स्लीपर वंदेभारत का प्रोटो टाइप दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएगा. वास्तविक ट्रेन मौजूदा वित्तीय वर्ष में आ जाएगी.
मौजूदा समय वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस हल्की है और मात्र 52 सेकंड में 100 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है. फिलहाल, सभी वंदे भारत ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकुलित हैं और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है. ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं. इसमें पावर बैकअप की भी व्यवस्था है. यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है. सफर के दौरान यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है. इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है. किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन को एक बटन दबाकर रोका जा सकता है