सबसे अधिक आवेदन रीवा ओर सबसे कम आवेदन अलीराजपुर से आए हैं
अधिकारियों को कंपनियों से संपर्क कर प्रशिक्षण की व्यवस्था के निर्देश
भोपाल। मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना की शुरुआत में ही बहुत अच्छे रुझान सामने आ रहे हैं। योजना के शुभारंभ के 30 घंटे के अंदर ही 60 हजार युवाओं ने कौशल प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया है। मंगलवार दोपहर करीब एक बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना का शुभारंभ राजधानी भोपाल के रवीन्द्र भवन में किया है। बुधवार को शाम तक इस योजना के तहत 60 हजार बेरोजगार युवाओं ने कौशल प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर दिया है। सबसे अधिक आवेदन रीवा जिले से और सबसे कम आवेदन अलीराजपुर जिले से आए हैं। रीवा जिले से 3139 आवेदन आए हैं।
रवीन्द्र भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना का पोर्टल एमएमएसकेवाय.एमपी.जीओवी लांच किया था। इसमें 10 हजार 739 प्रतिष्ठानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। जहां करीब 37 हजार प्रशिक्षण की रिक्तियां है। इसके लिए अब तक करीब 60 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। सरकार ने 1 अगस्त से युवाओं का प्रशिक्षण शुरू करने की तैयारी की है। इसके पहले सरकार, प्रतिष्ठान और युवाओं के बीच अनुबंध शुरू हो जाएगा। इसको लेकर सरकार की तरफ से अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है।
प्रतिष्ठानों को आकर्षिक तरने दिल्ली में कार्यशाला
प्रदेश सरकार के कौशल विकास विभाग और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के साथ गुरुवार को दिल्ली में फिककी हाउस में एक कार्यशाला आयोजित की गई। वहीं, अगले दिन शुक्रवार को कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के साथ मध्य प्रदेश भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य सीखो-कमाओ योजना में ज्यादा से ज्यादा दूसरे राज्यों के बड़े प्रतिष्ठानों को शामिल कराना है। ताकि प्रदेश के युवाओं को दूसरे राज्यों की बड़ी कंपनियों में भी प्रशिक्षण के अवसर बढ़ सके। दोनों की कार्यशाला में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न प्रतिष्ठानों से चर्चा करेंगे।
20 राज्यों की कंपनियों ने दिखाई है रुचि
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 20 राज्यों के प्रतिष्ठानों ने रुचि दिखाई है। इसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिलली, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटका, पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिया, आंध्रप्रदेश, बिहार, आसाम, हिमाचल प्रदेश, केरला, झारखंड, दादर एंड नागर हवेली, गोवा और जम्मू एंड कश्मीर के प्रतिष्ठान शामिल है।
कौन हैं योजना के पात्र
योजना में करीब 700 से अधिक कोर्सेस में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्य प्रदेश के स्थानीय निवासी पात्र है। योजना में 12वीं पास को 8 हजार प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8500 हजार प्रतिमाह, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9000 हजार प्रतिमाह, ग्रेजुएशन या उच्च उत्तीर्ण को 10 हजार प्रतिमाह रुपए मानदेय दिया जाएगा। पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण का समय तीन माह से एक साल तक का है।
Learn-earn scheme: 60 thousand applications in 30 hours, training from August 1.