121
- गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में जीरो लाइन पर भरा पानी
- करतारपुर कॉरिडोर जाने के लिए 94 श्रद्धालुओं ने करवाया था रजिस्ट्रेशन
- शुक्रवार को 25 श्रद्धालु डेराबाबा नानक पहुंचे जिनको दूरबीन से दर्शन करवा वापस भेजा
चंडीगढ़. रावी नदी में बढ़ते पानी के कारण गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में जीरो लाइन पर पानी भर जाने के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान में सिख तीर्थ स्थल के लिए जाने वाले करतारपुर कॉरिडोर को फिलहाल 3 दिन श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है. करतारपुर साहिब कॉरिडोर जाने के लिए 94 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया था और बीते शुक्रवार को 25 श्रद्धालु डेराबाबा नानक पहुंचे थे, जिन्हें दूरबीन से ही गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करवा वापस भेज दिया गया. क्षेत्र में भारी बारिश के बाद जम्मू में उज्ह नदी में 2.8 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रावी में जल स्तर बढ़ गया है. रणजीत सागर बांध से भी पानी छोड़ा गया. उज्ह नदी गुरदासपुर जिले के मकोड़ा पत्तन में रावी में जाकर मिलती है. जिसके चलते रावी नदी उफान पर आ गई है. इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक तटबंध को तोड़ दिया गया है. इस कारण पानी निचले इलाके में घुस गया जहां से नदी के जलग्रहण क्षेत्र में जीरो लाइन गुजरती है. कांटेदार बाड़ से परे भूमि पर खेती करने वाले किसानों का कहना है कि पानी से उनकी फसलों को नुकसान पहुंचा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की ओर धुस्सी बांध ने भारतीय क्षेत्र में बाढ़ का पानी रोक दिया है. गुरदासपुर जिला प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल बांध में दरार को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. यह दरार ऐतिहासिक डेरा बाबा नानक शहर और इसके निकटवर्ती गांव के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है. बीते गुरुवार को तीर्थयात्री गलियारे के माध्यम से पाकिस्तान में रावी के पार शून्य रेखा से 5 किमी दूर करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने के लिए हमेशा की तरह डेरा बाबा नानक चेक-पोस्ट पर पहुंचे थे. इस कॉरिडोर को 2019 में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर खोला गया था. दोनों देशों के अधिकारियों ने जोखिम न लेने का फैसला किया और तीर्थयात्रियों को 3 दिनों के लिए मार्ग निलंबित करने से पहले यात्री टर्मिनल पर इंतजार करने के लिए कहा है.