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- भारतीय उच्चायोग के बाहर हुए प्रदर्शन का प्रमुख सूत्रधार अवतार सिंह खांडा को भी माना जा रहा है।
- खास बात है कि अवतार के पिता कुलवंत सिंह खुकराना खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के आतंकी था।
नई दिल्ली, लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से तिरंगे को हाटकर खालिस्तान का झंडा लगाने पर भारत सरकार सख्त रवैया अपनाने की तैयारी कर रही है। रविवार को भी भारत में ब्रिटिश राजदूत को तलब किया गया था। वहीं, यूके में भी भारतीय उच्चायोग ने शिकायत दर्ज करा दी है। कहा जा रहा है कि भारत की ओर से कार्रवाई की रफ्तार यहां नहीं रुकेगी और देश में रिएक्शन को लेकर उच्च स्तर पर मंथन जारी है। ब्रिटिश सरकार को भी नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
भूमिका समझें
खबर है कि उच्च स्तर पर इस बात को लेकर विचार किया जा रहा है कि कैसे ब्रिटिश सरकार को भारतीय सुरक्षा के मामले में ज्यादा जिम्मेदार और जवाबदेह बनाया जा सके। रविवार को उच्चायोग के बाहर हुए प्रदर्शन का मुख्य सूत्रधार अवतार सिंह खांडा को भी माना जा रहा है। खास बात है कि अवतार के पिता कुलवंत सिंह खुकराना खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स के आतंकी थे, जो गुरमीत सिंह बुखांवाला के जरिए फंड पहुंचाते थे। खास बात है कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स रकार साल 2019 में भारतीय उच्चायोग के बाहर हुए एंटी सीएए और कश्मीर विरोध प्रदर्शन पर ब्रिटिश व्यवस्था का मुद्दा उठा चुकी है। अब ब्रिटिश सरकार के इस नरम रवैये को भारत और खसातौर से मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी बढ़ाने के तौर पर देखा गया।
सुरक्षा समेत ये भी हैं मुद्दे
दरअसल, ऐसा कहा जा रहा है कि मोदी सरकार सबसे ज्यादा परेशान सुरक्षा के मुद्दे पर है। ब्रिटेन में मौजूद सिख चरमपंथियों की ओर से मिल रही धमकियों के बावजूद भारतीय दूतावास और स्टाफ को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल रही है। 22 मार्च को सिख्स फॉर जस्टिस ग्रुप की तरफ से किए गए भारत विरोधी प्रदर्शन पर भी ब्रिटिश सरकार का रवैया मोदी सरकार की नजर में है। खास बात है कि भारत की ओर से अपने समकक्षों को खुफिया जानकारी साझा कर दी गई थी। इसके बाद भी एसएफजे लगातार सक्रिय है, फंड जुटा रहा है।
भारत ने पहले ही चेताया था
भारत की मोदी सरकार की ओर से MI-5 समेत कई जगहों पर पहले ही रविवार को होने वाले प्रदर्शन की जानकारी दे दी गई थी। साथ ही इसकी अगुवाई कर रहे नेता के बारे में भी बताया गया था। अब ऐसा लग रहा है कि सिख अलगाववादियों को लेकर ब्रिटेन की मौजूदा सियासी व्यवस्था सहानुभूति रखती है। साथ ही भारतीय सुरक्षा को लेकर भी रवैया ढुलमुल है। अब जिस तरह से भारत में लंदन के स्टाफ को सुरक्षा मिलती है। उसी तरह सरकार ब्रिटेन में भी अपने नागरिकों के लिए बेहतर सुरक्षा चाहती है।
फिर लहराया तिरंगा
रविवार को खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से तिरंगा हटा दिया था। हालांकि, इसके तुरंत बाद ही भवन पर एक बार फिर शान से भारतीय झंडा लहराया। कहा जा रहा है कि इस बार तिरंगे का आकार भी बड़ा है। भाजपा प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, ‘झंडा ऊंचा रहे हमारा…’। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी जमकर इस तस्वीर को शेयर किया जा रहा है।