भारतीय नौसेना का विमान चीता अरुणाचल प्रदेश के मंडला पहाड़ी इलाके के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, पायलटों की तलास में खोज अभियान अभी जारी है। इसे सेन्गे से मिसामारी की ओर पायलेट और को पायलेट के मदद से उड़ाया जा रहा था। तकनीकी खराबी के चलते हुए इस हादसे में दोनों पायलटों की जान चली गई। जिनका शव निकाल लिया गया है।
इस बात की जानकारी देते हुए गुवाहाटी के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि ऑपरेशनल सॉर्टी पर चीता हेलीकॉप्टर का आज सुबह करीब 9.15 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से संपर्क टूट गया था।
पिछले 6 सालों में सेना के 18 हेलिकॉप्टर हुए दुर्घटनाग्रस्त
आकड़ो की बात करें तो पिछले पांच सालों में भारतीय मिलिट्री यानी तीनों सेनाओं के 18 हेलिकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष यानी 2022 में से दो हादसे अक्टूबर महीने में हुए थे, जिसमें रुद्र और चीता हेलिकॉप्टर शामिल थे।
पिछले साल कैसे क्रैश हुआ था चीता हेलीकॉप्टर
इससे पहले साल 2022 के अक्टूबर में भी इंडियन आर्मी का चीता हेलीकॉप्ट तवांग के पास क्रैश हो गया था, इस हादसे में दो पायलटों में से एक की मौत हो गई थी। असम के तेजपुर में सेना के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया था कि तवांग के पास अग्रिम क्षेत्र में उड़ान भर रहा सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर 5 अक्टूबर 2022 में सुबह करीब 10 बजे एक नियमित उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, दोनों पायलटों को पास के एक अस्पताल ले जाया गया था लेकिन एक को नहीं बचाया जा सका। इस हादसे में पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल सौरभ यादव की मौत हो गई थी।