रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि लेजर-गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक लक्ष्यों को नष्ट कर दिया.
नई दिल्ली, भारत अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है. आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए भारत ने गुरुवार को लेजर-गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया. लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल भारत के दुश्मनों की नींद उड़ाने में सक्षम है. महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक सैन्य प्रतिष्ठान में स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल टेस्ट किया. रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक लक्ष्यों को नष्ट कर दिया. मंत्रालय ने कहा है कि स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों का डीआरडीओ और भारतीय सेना द्वारा मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. डीआरडीओ ने लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया है. मौजूदा वक्त में स्वदेशी युद्धक टैंक अर्जुन की 120 मिमी राइफल्ड गन से इस नई टेक्निक का परीक्षण किया. लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल पूरी सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदने में सफल रहा. ये मिसाइल पास के टारगेट को तो मार गिराता ही है साथ ही दूर के टारगेट को भी भेदने में सक्षम है.
बख्तरबंद गाड़ियां भी नहीं बच सकती
डीआरडीओ की ओर से विकसीत लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल स्वदेशी तौर से विकसीत है. इसमें टैंडम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (Heat) वारहेड लगा है. ये बेहद ही अत्याधुनिक हैं. ये एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर कवच वाले बख्तबंद व्हीकल को बर्बाद करने में सक्षम है. मौजूदा दौर में कोई टैंक या बख्तबंद गाड़ियों का इस मिसाइल से बच पाना मुश्किल है. ये मिसाइल दुश्मनों को आसानी से हमला कर उनके तोपों को बर्बाद कर सकती है.
