रेसलर बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक की बुधवार को दिल्ली में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मैराथन मीटिंग हुई। मीटिंग के बाद रेसलर साक्षी मलिक ने कहा- ” सरकार ने जांच पूरी करने के लिए 15 जून तक का टाइम मांगा है। तब तक उन्हें किसी तरह के प्रदर्शन न करने की अपील की है। हालांकि पहलवानों का आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है।”
बजरंग पूनिया ने कहा- ”आज की मीटिंग के बारे में खाप प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे। सबकी सहमति से ही किसी निर्णय पर पहुंचा जाएगा। बृजभूषण की गिरफ्तारी के सवाल पर भी खेल मंत्री ने जांच पूरी होने और उसके आधार पर कार्रवाई की बात कही।”
इस मीटिंग में दोनों ने अनुराग ठाकुर के सामने 5 मांगें रखीं। बजरंग और साक्षी ने कहा कि रेसलिंग फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए और फेडरेशन का अध्यक्ष किसी महिला को बनाया जाए।
अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा था कि सरकार पहलवानों से बातचीत के लिए तैयार है। हमने उन्हें दोबारा बुलाया है। इससे पहले 24 जनवरी को खेल मंत्री और पहलवानों के बीच बातचीत हुई थी और पहलवानों ने आंदोलन खत्म कर दिया था।
वहीं विनेश फोगाट के हरियाणा में चरखीदादरी जिले के गांव बलाली में महापंचायत हुई। जिसमें द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने भी हिस्सा लिया। जिसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग के साथ भारतीय कुश्ती संघ से नेताओं को बाहर करने और खिलाड़ियों को पदाधिकारी बनाने की मांग की गई। इसमें पहलवानों को भी अपना रुख स्पष्ट करने को कहा गया।
हाल ही में 4 जून को रेसलर्स ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इसके बाद बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने रेलवे में अपनी ड्यूटी जॉइन कर ली थी। इससे खाप और किसान नेता नाराज थे।
रेसलर्स की सरकार से 5 मांगें
- भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष महिला हो
- बृजभूषण या उनकी फैमिली का कोई मेंबर भारतीय कुश्ती संघ का हिस्सा न रहे
- भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराए जाएं
- पहलवानों पर दिल्ली दंगा फैलाने की एफआईआर रद्द हो
- सासंद बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार किया जाए
बड़े निर्णय के लिए पहलवान रुख स्पष्ट करें
बलाली महापंचायत में सांगवान खाप, फोगाट खाप, श्योराण खाप और सतगामा खाप के प्रतिनिधि मौजूद रहे। महापंचायत की अध्यक्षता निर्दलीय विधायक एवं सांगवान 40 खाप के प्रधान सोमबीर सांगवान ने की। महापंचायत में करीब 500 लोग मौजूद रहे। इस मौके पर खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि वे आंदोलन कर रहे रेसलर्स के पूरी तरह साथ है, लेकिन पहलवानों को भी अपना रूख स्पष्ट करना होगा, जिससे खाप पंचायतें उनके हक में बड़ा निर्णय ले सके। पहलवानों ने रविवार रात गृहमंत्री अमित शाह से किसी को बिना बताए मीटिंग की, उसके बाद समर्थक पहलवानों को लेकर असमंजस में हैं।
बृजभूषण शरण सिंह बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को उनके 15 कर्मचारियों से पूछताछ की। इनमें ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी, माली और नौकर भी शामिल थे।
किसान नेता टिकैत बोले- हमने पहले ही कहा था बातचीत हो
करनाल पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा, ”पहलवानों की गृह मंत्री से मीटिंग हुई। आज खेल मंत्री से मिल रहे हैं। हम पहले से कह रहे थे कि बातचीत होनी चाहिए। महिला रेसलर्स और किसानों का सरकार पर दबाव था। हम पहलवानों के हक में हैं। सारे सवाल पहलवानों से पूछे जा रहे, जिस पर आरोप लगे, उसकी जांच होनी चाहिए। बृजभूषण पर कानून के मुताबिक कार्रवाई करनी चाहिए।”