जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन के दूसरे सत्र की बैठक की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुश खबर देते हुए कहा कि सम्मेलन के संयुक्त बयान ‘दिल्ली घोषणा’ पर सहमति बन गई है। पीएम ने जानकारी देते हुए कहा, “मुझे एक अच्छी खबर मिली है। हमारी टीम की कड़ी मेहनत के कारण, नई दिल्ली G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन घोषणा पर आम सहमति बन गई है।
इसके बाद उपस्थित नेताओं ने प्रधानमंत्री के इस प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन किया, जिस पर प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इसे अपनाने की घोषणा करता हूं। इस अवसर पर मैं शेरपा और मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने कड़ी मेहनत कर इसे संभव बनाया।” गौरतलब है, जी -20 शेरपा अमिताभ कांत ने ‘दिल्ली घोषणा’ के 5 प्रमुख बिंदुओं की जानकारी दी। इसमें मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास, सतत विकास लक्ष्य पर प्रगति में तेजी, सतत भविष्य के लिए हरित विकास समझौता, 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थाएं और बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने जैसे बिंदू शामिल हैं।
कांत ने कहा, ये ‘ऐतिहासिक और पथप्रदर्शक’ है, क्योंकि इसमें सभी विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर सदस्यों की 100 प्रतिशत सहमति है। हालांकि, देशों के बीच यूक्रेन युद्ध की भाषा के संबंध में सहमति नहीं बन सकी थी। इस वजह से 38 पेज के मसौदे में ‘भूराजनीतिक स्थिति’ वाले अनुभाग को खाली छोड़ दिया गया था।