28
- सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और स्थानीय लोगों के समूहों के बीच उस वक्त तनाव पैदा हो गया था।
- सुरक्षाकर्मी उत्तर 24 परगना जिले के बीरा गांव में ड्रग तस्करों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे थे।
कोलकाता, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और स्थानीय लोगों के समूहों के बीच बुधवार 24 मई को उस वक्त तनाव पैदा हो गया था, जब सुरक्षाकर्मी उत्तर 24 परगना जिले के बीरा गांव में ड्रग तस्करों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे थे। यह जानकारी आज सामने आई है। बीएसएफ के मुताबिक, यह घटना तब सामने आया है जब दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत 107 बटालिन के सीमा चौकी रामचंद्रपुर के जवानों को विश्वसनीय सूचना मिली कि सीमा के पास बीरा गांव में एक छोड़े हुए टिन के घर में बड़ी मात्रा में गांजा रखा हुआ है। गुप्त सूचना के आधार पर जवानों ने स्थान के चारों ओर घात लगाकर हमला किया और करीब 9.45 बजे वे टिन के घर के पास पहुंचे और देखा कि दो तस्कर गांजा को प्लास्टिक के पैकेट में पैक कर रहे हैं। ‘जैसे ही जवान उनके पास पहुंचे, एक तस्कर मौके से फरार हो गया, जबकि दूसरे को जवानों ने पकड़ लिया। जब बीएसएफ के जवान आसपास के इलाके की तलाशी ले रहे थे, लगभग 150-200 पुरुषों-महिलाओं की भीड़ घटनास्थल पर इकट्ठा हो गई, जोरदार तरीके से पकड़े गए तस्कर की रिहाई की मांग करने लगी। बीएसएफ के जवानों ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया लेकिन उन पर इका कोई असर नहीं हुआ। लाठियों और छड़ों से लैस भीड़ ने मारो-मारो के नारे लगाने शुरू कर दिए।’ बल ने कहा, जब भीड़ ने हमले के इरादे से आगे बढ़ना जारी रखा, तो जवानों ने उन्हें तितर-बितर करने का प्रयास किया और हवा में एक राउंड फायरिंग की, लेकिन भीड़ ने इसकी परवाह नहीं की। इस बीच, जैसे ही बीएसएफ के जवानों ने गिरफ्तार तस्कर और जब्त सामान को सीमा चौकी की ओर ले जाना शुरू किया, भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। जवानों ने हवा में एक और राउंड हवाई फायरिंग की, लेकिन भीड़ तस्कर को छुड़ान के लिए प्रयास करती रही। फिर, जवानों ने एक के बाद एक हवा में कई और गोलियां चलाईं, जिससे गिरफ्तार तस्कर को जब्त प्रतिबंधित पदार्थ के साथ सीमा चौकी पर सफलतापूर्वक लाया गया। पकड़े गए तस्कर की पहचान उत्तर 24 परगना जिले के रामचंद्रपुर गांव निवासी मिसंतो घोष ( 24 वर्षीय) के रूप में हुई है। बीएसएफ की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पूछताछ के दौरान तस्कर ने इस बात को स्वीकार किया कि वह 2021 से तस्करी में शामिल है। वह बीरा गांव के शाहिद मंडल (लालडू) के लिए काम करता था, जो ओडिशा से गांजा खरीदता था। उसने खुलासा किया कि रोनी मंडल नाम का एक अन्य तस्कर भी मौके पर उसके साथ मौजूद था लेकिन वह भागने में सफल रहा। गिरफ्तार तस्कर को जब्त प्रतिबंधित पदार्थ के साथ बनगांव पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया। तस्करी में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।