राजस्थान में फैले भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा ने भ्रष्टाचार की सूची में राजस्थान को नंबर वन पर बताया है। इतना ही नहीं भाजपा ने राजस्थान की सरकार को किसान विरोधी तक करार दिया है। भाजपा का कहना कि किसानों की कर्जमाफी के नाम पर राजस्थान की सरकार ने छलावा करने का काम किया है।
भाजपा महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। किसानों के साथ भी सरकार छलावा करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में राजस्थान सरकार ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। राजस्थान भारत में भ्रष्टाचार चार्ट में सबसे ऊपर है। एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पिछले 3 सालों में घूसखोरी के मामलों में 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही, कांग्रेस के शासन में राजस्थान के 98 सरकारी विभागों में 60 फीसदी भ्रष्टाचार दर रही है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान एकलौता ऐसा राज्य है जहां 12 पुजारियों ने या तो आत्महत्या की है या उन्हें जिन्दा जला दिया गया है। इसके साथ ही भाजपा महासचिव ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर किसानों से वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान में 19 हजार किसानों की जमीन कुर्की हो रही है। किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ है। सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान में 40 लाख से अधिक युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। लेकिन उनको बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है। इन युवाओं से राहुल गांधी और गहलोत को माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा महासचिव ने कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया है। वहीं दूसरी तरफ गहलोत सरकार है, जिसके कारण राज्य के सात जिलों में ओबीसी समाज का बीते चार सालों से प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है। जब प्रमाण पत्र ही नहीं बन रहा है तो उनको कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है। दूसरी ओर भाजपा राजस्थान के ओबीसी समाज के साथ मजबूती से खड़ी है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकास और समृद्धि देख रहा है।
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