219 मेगावाट बिजली के लिए किया अनुबंध, बढ़ती डिमांड की भरपाई के लिए उठाया कदम
भोपाल। प्रदेश में बिजली संकट की स्थिति बनने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने गुजरात की परमाणु विद्युत परियोजना से बिजली खरीदने का फैसला किया है। इसको लेकर एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने गुजरात के काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना से 218.98 मेगावाट बिजली खरीदी का पॉवर परचेस एग्रीमेंट किया है। परमाणु विद्युत-पॉवर परचेस एग्रीमेंट में मध्यप्रदेश को यह बिजली मात्र 4.40 रुपए प्रति यूनिट (सिंगल पार्ट टेरिफ) की दर से 30 जून से मिलने लगी है। काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना से प्राप्त होने वाली यह बिजली प्रदेश के उपभोक्ताओं को को बिजली संकट से राहत दिलाई जा सकेगी।
भारत की प्रथम स्वदेश निर्मित 700 मेगावाट न्यूक्लियर पॉवर रिएक्टर को गुजरात के काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना (यूनिट-3) में स्थापित किया गया है। इस यूनिट ने 30 जून 2023 को वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया है। इस परियोजना की यूनिट-4 से अगले वर्ष फरवरी 2024 से विद्युत उत्पादन प्रारंभ होने की संभावना है। भारत के न्यूक्लियर ऊर्जा कार्यक्रम में इसे बड़ा एचीवमेंट माना जा रहा है।
इससे देश की बढ़ती हुई ऊर्जा मांगों को स्वच्छ और भरोसेमंद न्यूक्लियर ऊर्जा के माध्यम से पूरा करने में मदद मिलेगी। पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा किए गए पॉवर परचेस एग्रीमेंट में मध्यप्रदेश को भी बिजली की आपूर्ति होगी।
इनकी मौजूदगी में हुआ एग्रीमेंट
इस पॉवर परचेस एग्रीमेंट पर एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (कमर्शियल-पारंपरिक) शैलेन्द्र जनार्दन और न्यूक्लियर पॉवर कार्पोरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड की ओर से काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना के डायरेक्टर एसके राय ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के महाप्रबंधक आरवी सक्सेना एवं काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना के महाप्रबंधक एके मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे।
Agreement with Gujarat’s Kakrapar nuclear project to deal with power crisis.