सनातन पर विवादित बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद अब (डीएमके) के मंत्री ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए सनातन धर्म के तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से करते हुए कहा, सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।
दरअसल, बीते हफ्ते शनिवार 2 सितंबर को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन जो की तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री है। उन्होने बयान देते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों से करते हुए कहा था की सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इससे समाप्त ही कर देना चाहिए, उदयनिधि और डीएमके सांसद ए राजा के इन बयानों के बाद पूरे देश भर में इन बयानों की आलोचना की जा रही है ।
बीजेपी आईटी सैल के प्रमुख अमित मालविया ने इन बयानों की आलोचना करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘अब डीएमके सांसद ए राजा हिंदू धर्म को सामाजिक बुराई बता रहे हैं, ये उस धर्म के बारे में बोल रहे हैं जिस धर्म को इस देश की 80 प्रतिशत आबादी मानती है. यह कुछ और नहीं बल्कि एक धर्म के खिलाफ विशुद्ध हेट स्पीच है। कांग्रेस के I.N.D.I.A गठबंधन का यही असली चरित्र है। उनका मानना है कि हिंदू धर्म और उसको मानने वालों का अपमान करके वह चुनाव जीत सकते हैं।’
वहीं, सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने वाले डीएमके के सांसद ए राजा और उदयनिधि स्टालिन के बयान के खिलाफ गुरुवार 7 सितम्बर को सीनियर एडवोकेट विनीत जिंदल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका में उन्होंने कोर्ट से मांग की, पुलिस को दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दें और उन्होंने दिल्ली चेन्नई पुलिस को अवमानना नोटिस जारी करने की भी मांग की है।
(अंजलि रानी)