शहर सरकार यानि नगर निकाय चुनाव की नामांकन पर्चा वापस लेने के आखरी दिन बुधवार को 380 ने अपना नाम वापस ले लिया है। उम्मीदवारों के नाम वापसी के आखिरी दिन बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर कई उम्मीदवारों ने गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। चुनाव मैदान में पार्षद पद के लिए खड़े हुए उम्मीदवारों को घरों से बुलाकर उनके फॉर्म वापस कराए गए। कईयों को तो गाड़ी भेजकर घर से बुलाया गया। कई उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि जिस दिन से पार्षद पद के लिए नामांकन जमा किया है, उसी दिन से उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
कई उम्मीदवारों का आरोप है कि नाम वापसी के अंतिम दिन नाम वापस लेने का दवाब बनाया गया , यहा तक की उनके साथ नोकझोक के बाद धक्का – मुक्की मारपीट तक की गईं। कई बागियों को मनाने के लिए विधायक व पूर्व विधायक जिलाधिकारी परिसर पहुंचे। वही, कई बागियों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने पर डेट हुए है।
अब भाजपा से मालती राय , कांग्रेस से विभा पटेल , बसपा से प्रिया यदुवंशी मकवाना , जदयू से मंजू यादव , जयलोक पार्टी से संगीता प्रजापति , निर्दलीय लेखा और सीमा नाथ चुनाव लड़ेगी। हालांकि , कांग्रेस की बामी रईसा मलिक ने आम आदमी पार्टी से नामांकन दाखिल किया था, लेकिन आखिरी वक्त में उन्होंने अपना फॉर्म जमा नहीं किया, जिससे उनका नामांकन निर्दलीय हो गया है। वहीं , 380 पार्षद पद के उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिए, अब 85 वार्ड में 398 उम्मीदवार मैदान में होंगे।