प्रदेश में आने वाले एक साल में करीब 50 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। अभी तक दो या तीन साल के लिए ही पात्रता परीक्षा वैध रहती थी। उक्त अवधि में चयन नहीं होने पर दोबारा पात्रता परीक्षा पास करनी पड़ती थी। अब एक बार पात्रता परीक्षा पास करने के बाद कभी भी शिक्षकों की भर्ती निकलने पर आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा पास करने के बाद हुई भर्ती में चयन नहीं होने पर दोबार जब भी भर्ती होगी, तब पात्रता परीक्षा नहीं, सिर्फ एक विभागीय परीक्षा में चयन होने पर शिक्षक की नौकरी मिल जाएगी। वहीं बिना पात्रता परीक्षा पास किए किसी भी दिवंगत कर्मचारी के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिलेगी। यह जानकारी विधानसभा में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक लिखित प्रश्न के उत्तर में दी है।
विधायक राजश्री रुद्रप्रताप सिंह ने जानना चाहा कि विदिश जिले में अनुकंपा नियुक्ति के कितने प्रकरण अनिर्णित हैं। विदिशा जिले में जिन शिक्षकों की मृत्यु होने के बाद उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है, उन्हें क्यों नहीं मिली और मिलेगी तो कब तक मिलेगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने जवाब देते हुए कहा कि विदिशा जिले में वन और सहकारिता विभाग में एक-एक और स्वास्थ्य विभाग में दो प्रकरण तथा शिक्षा विभाग में 54 प्रकरण अनुकंपा नियुक्ति के अनिर्णित हैं। बाकी प्रकरणों में अनुकंपा नियुक्ति दी जा चुकी है। मंत्री परमार ने बताया कि 2018 के पहले संविदा शिक्षकों का शिक्षा विभाग में शिक्षकों के पद पर संविलियन नहीं हुआ था। संविलियन होने से पहले उनका निधन हो चुका था। ऐसे में सरकार संविलियन से पहले निधन हुए संविदा शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों के परिजनों का अनुकंपा नियुक्ति नहीं दे सकी है। संविलियन के बाद के सभी कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जा रही है।
पास करनी होगी पात्रता परीक्षा
मंत्री ने पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि किसी भी शिक्षक के परिजन को बिना पात्रता परीक्षा पास किए शिक्षक पद पर अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा सकती। क्योंकि शिक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकते। जिन मामलों में आवेदक दूसरे विभाग में किसी अन्य पद पर अनुकंपा नियुक्ति चाहता है तो शिक्षा विभाग उन्हें एनओसी दे रहा है। एनओसी लेकर दूसरे विभाग में अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना, इसलिए किसी भी व्यक्ति को बिना पात्रता परीक्षा पास किए अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा सकती है।
अब हर वर्ष होगी पात्रता परीक्षा
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में पात्रता परीक्षा लगातार हो रही है। अभी फिर से पात्रता परीक्षा है और अब नीतिगत रूप से तय किया गया है कि हर साल पात्रता परीक्षा होगी और जितने पद रिक्त हैं, हम उन सभी पदों को लगातार भरने का काम करेंगे हम एक गाल में उन 50 हजार शिक्षकों की भर्ती करने जा रहे हैं, जो प्रक्रिया में है। एक और पात्रता परीक्षा जल्द हो रही है। अब यह भी कर दिया है कि हम बार-बार गायता परीक्षा नहीं देना होगी। हम बार-बार पात्रता परीक्षा नहीं लेंगे, जिसने जीवन में एक बार पात्रता परीक्षा पास कर ली, वह आवेदन करेगा, यदि उसका एक बार में चयन नहीं हुआ तो दूसरी बार उसे पात्रता परीक्षा देने की जरूरत नहीं है। उसकी एक विभागीय परीक्षा लेकर हम उन्हें शिक्षक बनाने का काम करेंगे। पात्रता परीक्षा हम केवल एक बार लेंगे, अब उनको हर साल पात्रता परीक्षा में बैठने की जरूरत नहीं होगी। इसलिए मैं समझता हूं कि इस नीति के कारण सभी लोगों का समाधान इससे हो जाएगा। जहां तब अनुकंपा नियुक्ति के आधार पर शिक्षक बनने का सवाल है, हमारी मान्यता यह है कि हम शिक्षक के पद पर किसी भी प्रकार से योग्यता के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं। सभी की पात्रता होनी चाहिए इसलिए शिक्षक पात्रता परीक्षा हम आयोजित करते हैं।