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- कठिन ऑपरेशन को अंजाम देते हुए एक महिला के शरीर से 15 किलो का ट्यूमर निकाल दिया।
इंदौर । इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने बेहद कठिन ऑपरेशन को अंजाम देते हुए एक महिला के शरीर से 15 किलो का ट्यूमर निकाल दिया। महिला मूलरूप से आष्टा की रहने वाली है और बीते कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के चक्कर काट रही थी। जब कई अस्पताल में सही इलाज नहीं मिला तो इंडेक्स अस्पताल में ऑपरेशन का फैसला किया।अस्पताल के डॉ. अतुल व्यास,डॉ गौरव सक्सेना, डॉ गौरव यादव,डॉ आशीष शर्मा, डॉ मीनल झाला की टीम ने 2 घंटे में ऑपरेशन किया।इंडेक्स समूह के चैयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया व वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,इंडेक्स मेडिकल कॅालेज डीन डॅा.जीएस पटेल,हॅास्पिटल चिकित्सा अधीक्षक डॅा.स्वाति प्रशांत ने डॉक्टरों की टीम की सराहाना की।
जरा सी चूक से शरीर की कई नसों को नुकसान हो सकता था
डॉ अतुल व्यास ने बताया कि 41 वर्षीय
महिला मूलरूप से आष्टा की रहने वाली है और बीते कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के चक्कर काट रही थी।प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि महिला के पेट में एक बड़ा ओवोरियन ट्यूमर है।उसका ट्यूमर बहुत बड़ा था और उसे खाना खाने के अलावा चलने में भी समस्या हो रही थी।इस ट्यूमर को डिम्बग्रंथि ट्यूमर के रूप में जाना जाता है।इसके बाद इलाज की तैयारियां शुरू हुईं और महिला के पेट से सफलतापूर्वक ट्यूमर निकाला गया।ऑपरेशन इसलिए कठिन था क्योंकि महिला के पेट में ट्यूमर 15 किलो का था और जरा सी चूक से शरीर की कई नसों को नुकसान हो सकता था इसलिए ऑपरेशन में 2 घंटे का समय लगा। डॉ गौरव सक्सेना ने कहा कि अस्पताल के मुताबिक महिला का कुल वजन 49 किलो है और शरीर में 15 किलो का ट्यूमर था जिसकी वजह से उसका पेट काफी फूल गया था और महिला को चलने या बैठने तक में परेशानी हो रही थी।यदि समय रहते इस ट्यूमर को नहीं हटाया जाता तो इसके शरीर में फटने की संभावना बढ़ जाती और महिला की जान चली जाती। फिलहाल महिला खतरे से बाहर है। सर्जरी टीम में डॉ विधि देसाई, डॉ यश भारद्वाज, डॉ राज केसरवानी, डॉ होशियार सिकरवार, डॉ राहुल शर्मा,एनेस्थीसिया टीम में डॉ आनंद कुशवाह, डॉ प्रियंका ठाकुर, डॉ रूचि तिवारी, डॉ अपूर्वा सक्सेना, डॉ वैभव तिवारी टीम में शमिल रहे।
इंडेक्स अस्पताल से मिला जीवनदान
परिजन मयूरी शर्मा ने बताया कि मरीज शीतल को इंदौर सहित आष्टा के कई अस्पताल में दिखाया था।इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टर ने पेट में ओवोरियन ट्यूमर के बारे में बताया।इसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन का निर्णय लिया।कई महीने से इस बीमारी के कारण मरीज परेशान थी।इंडेक्स अस्पताल के कारण मरीज को नया जीवनदान मिला हैं।