इंदौर के एरोड्रम इलाके के मुक्तिधाम में हिरंदूवादी संगठन ने हंगामा कर दिया, हंगामे का कारण लोगों के रोहिंग्या समुदाय की आशंका बताया जा रहा है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ करने पर उन्होने कहा कि वो एक ठेकेदार के बुलावे पर पश्चिम बंगाल से आए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच किया तो उनके सामान में से हथियार निकले और आधार कार्ड भी नकली निकला। हालाकि पुलिस ने पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया।
मामला छोटा बांगड़दा मुक्तिधाम का है जहां 20 दिनों से आधा दर्जन के करीब लोग रह रहें थे जिसमें पार्षद प्रतिनिधि नितिन धारकर ने रहवासियों को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी रोहिंग्या जैसे दिख रहें हैं इनकी गतिविधियां भी संदिग्ध है।
इस मौके पर धारकर के साथ हिंदू जागरण मंच के लोग मौके पर पहुंचे और संदिग्धों से पूछताछ की, जिसमें उन्होने बताया कि वो नगर निगम के लिए काम कर रहें हैं हालाकि नगर निगम ने इसे झूठ बताया।
थाने ले गई पुलिस
पुलिस सभी संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने ले गई। पुलिस को यह भी पता चला कि इन संदिग्धों को गजानंद देशमुख नाम के ठेकेदार ने मुक्तिधाम में रुकवाया था। रात में पुलिस ने ठेकेदार को भी कॉल किया। लेकिन उसने थाने आने से इंकार कर दिया। देर रात तक मुक्तिधाम ओर थाने पर हिंदूवादी जमा दिखे।
देर रात बुलाया ठेकेदार को, बोला- उसी ने यहां रुकवाया, सभी प. बंगाल के
एरोड्रम पुलिस ने देर रात 2 बजे गजानंद को थाने बुलाया। यहां पहुंचकर उसने बताया कि वह निगम में ठेकेदार है। उसने ही सब मजदूर को बुलाया है। उसने पश्चिम बंगाल से भी जानकारी निकाली है। सभी वहीं के हैं। ठेकेदार ने ही सभी को यहां रुकवाया था। उसी ने सामान की व्यवस्था की थी। फिलहाल जांच के बाद सभी को छोड़ दिया गया है।
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