मतदाता सूची में धांधली रोकने के लिए चुनाव आयोग की व्यवस्था
भोपाल। एमपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वोटर आईडी कार्ड का पुनरीक्षण कार्य 2 से 30 अगस्त तक चलेगा. पुनरीक्षण कार्य विशेष अभियान की तरह चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत वोटर आईडी कार्ड और बूथ का मिलान किया जा रहा है। साथ ही फर्जी वोटर आईडी कार्ड यानी ऐसे मतदाता जो संदिग्ध हैं उनका वेरिफिकेशन किया जा रहा है। लेकिन अब एक बड़ी बात सामने आई है कि जिन घरों में 6 से अधिक मतदाता हैं, ऐसे मकानों का खास वेरिफिकेशन कराया जाएगा। इसका जिम्मा राजपत्रित अधिकारियों को दिया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि सभी जिलों के निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे इस तरह का वेरिफिकेशन शुरू कर दें। ताजा जानकारी के अनुसार अभी एमपी में 5 करोड़ 39 लाख 87 हजार 876 मतदाता हैं। यह भी बताया गया है कि 2 अगस्त को सभी मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशित कर दिए जाएंगे। इसके बाद सभी दलों से दावे आपत्ति बुलवाए जाएंगे। आपत्ति के आवेदन 30 अगस्त तक स्वीकार किए जांएगे।
बता दें कि एमपी कांग्रेस कमेटी ने 6 से अधिक मतदाता वाले मामले की एक शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी को की थी, इसके बाद ही राजपत्रित अधिकारी से ऐसे मकानों का वेरिफिकेशन कराने के निर्देश हुए हैं।
निकाय चुनाव में मिली थी गड़बड़ी
करीब साल भर पहले प्रदेश में जब नगरीय निकाय चुनाव कराए गए थे तो उसके बाद से ही नामावली सूची में गड़बडिय़ां सामने आने लगी थीं। इसके बाद हाल ही में भोपाल की नरेला सीट को लेकर पिछले चुनाव में हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह चौहान ने शिकायत की थी कि नरेला के एक एक घर में मतदाताओं की संख्या अधिक है। इसके बाद इस तरह की शिकायतें देवास, उज्जैन, जबलपुर समेत दूसरे जिलों से भी आई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि निर्वाचन सूची का रिव्यू ठीक ढंग से किया जाना चाहिए।
If there are more than 6 voters in your house then the gazetted officer will do the verification..