दमोह के गंगा जमुना स्कूल संचालक इदरीश खान व अन्य ने शिक्षा देने के स्कूल खोला और स्कूल की आड़ में सैकड़ों एकड़ जमीन पर कब्जा करना, बीड़ी, तेंदूपत्ता, कपड़ा कारखाना और खनन के कारोबार में उतरा और अरबों का साम्राज्य खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं जिहादी भू-माफियाओं के लिए फंडिंग के साथ लव जिहाद करने वालों को फंडिंग कर उन्हें अजमेर और अन्य शहरों में शिफ्ट करने का कार्य किया है। इस तरह के आरोपों की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद गंगा जमुना स्कूल संचालक के सभी कारोबार की जांच के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंभीर शिकायतें मिलने के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी को जांच के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल नियम कायदों से नहीं चल रहा, दूसरी गंभीर शिकायतें भी मिली हैं। स्कूल चलाना सिर्फ एक काम, कई कारोबार फैलाए गए हैं।
बीड़ी से लेकर खनन कारोबार भी
विद्यालय संचालन से जुड़ी शिकायतों के साथ ही बीड़ी कंपनी गंगा जमना, बीड़ी कम्पनी 352, प्रदेश स्तर पर तेंदूपत्ता का काम, कपड़े कारखाने भोपाल में, हार्डवेयर का कार्य रेत खनन, करीब 1800 एकड़ इलाके में भू-माफिया के रूप में सक्रिय, लगभग 300 एकड़ जमीन सिटी के आस-पास पाई गई, पेट्रोल पंप, वृहद स्तर पर जिहादी भू-माफियाओं के लिए फंडिंग डोनेटर और गंगा जमुना दाल मिल जिस दाल की सप्लाई सऊदी अरब यूएई में होती है और यूनाइटेड नेशन अमीरात में होती है। इनका गंगा जमुना धर्म कांटा भी है और शहर के मुख्य बाईपास में सैकड़ों एकड़ जमीन में दुकान भी है, यही नहीं दिल्ली, भोपाल, जबलपुर, बैंगलोर और हैदराबाद शहरों में कई फ्लैट ऑफिस और मकान होने की जानकारी मिली है। कई जिहादी तत्वों ने लव जिहाद में फंडिंग करते हुए उनको अजमेर और अन्य जगहों पर शिफ्ट करने का कार्य भी किया है। आरोपियों पर केंद्रीय एक्साइज की भारी मात्रा में चोरी की भी शंका है।