छतरपुर नगर पालिका को नगर निगम बनाया जाएगा। बुंदेलखंड के गौरव महाराजा छत्रसाल का छतरपुर में विशाल स्मारक बनाया जाएगा। छतरपुर के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। छतरपुर में 300 करोड़ रुपए की लागत से नया मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा, पुराने टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। यह घोषणाएं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को छतरपुर गौरव दिवस पर आयोजित समारोह का संबोधित करते हुए कही हैं। मुख्यमंत्री ने छतरपुर में लाड़ली बहना सम्मेलन को भी संबोधित किया है।
छतरपुर गौरव दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महाराज छत्रसाल की स्मृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये छतरपुर में उनका विशाल स्मारक बनाया जायेगा। छतरपुर नगर पालिका को नगर निगम बनायेंगे। जिले के विकास में कोई कोर-कसर छोड़ी नहीं जायेगी। उन्होंने कहा कि छतरपुर मेडिकल कॉलेज के पुराने टेंडर को निरस्त कर नये टेंडर के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही छतरपुर में 300 करोड़ रुपये की लागत से नवीन मेडिकल कॉलेज के भवन का निर्माण किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने छतरपुर जिले को अनेक सौगातें देते हुए 790 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया।
महाराजा छत्रसाल शौर्य के प्रतीक थे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाराजा छत्रसाल महान योद्धा और शौर्य के प्रतीक थे। उन्होंने हिन्दू स्वराज को स्थापित किया। ऐसे शूरवीर और महापुरुष से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि छतरपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण जिस ठेकेदार द्वारा काफी लम्बे समय से प्रारंभ नहीं किया था उसका टेंडर निरस्त कर दिया गया है। अब नये टेंडर के आदेश दिये गये हैं। शीघ्र ही छतरपुर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा।
लाड़ली लक्ष्मी योजना ने समाज की सोच बदली
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक समय था जब बेटियों को बोझ समझा जाता था। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना ने समाज की सोच को बदल कर बेटी को वरदान बना दिया है। महिला सशक्तिकरण के लिये प्रदेश में अभियान चल रहा है। अनेक योजनाओं से उन्हें आत्म-निर्भरता की ओर अग्रसर किया जा रहा है। हमने स्थानीय चुनावों में आधी सीटें महिलाओं के लिये आरक्षित की हैं, जिसके फलस्वरूप बड़ी संख्या में महिलाएं आज पंच, सरपंच, पार्षद आदि पदों पर विराजमान है। बेटियों और महिलाओं के महत्व को बढ़ाने के लिये मध्यप्रदेश में सामाजिक क्रांति हुई है। महिलाओं के नाम संपत्ति खरीदने पर पंजीयन शुल्क में छूट दी गई है। प्रधानमंत्री आवास पति-पत्नी दोनों के नाम से है। भू-अधिकार पट्टे भी पति-पत्नी के नाम से दिये जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने गरीब बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये लाड़ली बहना योजना को लागू कर प्रदेश की सवा करोड़ बहनों के खाते में एक-एक हजार 10 जून से डालने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है।
10 जून को लाड़ली बहनों से संवाद करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 8 जून को प्रदेश में विशेष ग्रामसभाएं होगी, जिसमें पात्र बहनों के नाम बताये जायेंगे। स्वीकृति-पत्र घर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने लाड़ली बहनों से कहा कि वे 9 जून की शाम गांव में गीत गाये, उनके खाते में पैसा आने वाला है। सभी गांवों में 10 जून की शाम 5 बजे कार्यक्रम होंगे और शाम 6 बजे मैं स्वंय महिलाओं से वर्चुअली चर्चा करूगा। उसके बाद बहनों के खातों में योजना की राशि अंतरित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक ग्राम एवं वार्डों में लाड़ली बहना सेना का गठन होगा।
छोटे गांव में 11, बड़े गांव में 21 बहनों की बनेगी सेना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहना योजना के बाद सभी गांवों में लाड़ली बहना सेना बनाने की घोषणा की थी। आज उन्होंने इस संबंध में कहा कि छोटे गांव में 11 तथा बड़े गांव में 21 बहनों की सेना बनेगी। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास है कि आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों की बहनों की आय प्रतिमाह 10 हजार हो। इन प्रयासों के चलते हमारी बहुत सी बहनें लखपति क्लब में शामिल हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि शराब की दुकान के साथ लगे अहाते बंद करने का निर्णय लिया जा चुका है। कक्षा 12वीं में ज्यादा नम्बर लाने वाली बालिकाओं को स्कूटी देने का निर्णय भी लिया गया है। गरीबों को पीएम आवास और जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया जा रहा है।
आतंकवाद नहीं पनपने देंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर आतंकवाद नहीं पनपने दिया जाएगा। आतंकवाद की गतिविधियों में लिप्त लोगों को जेल भेजा गया है। दमोह में एक स्कूल की घटना पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्ज माफी नहीं होने से जो किसान डिफाल्टर हो गये थे, उनके ब्याज की राशि राज्य सरकार द्वारा भरी जायेगी। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सिंचाई क्रांति आएगी। 5 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत से भवन का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि छतरपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक और गौरवशाली है।