देवर को फंदे से उतारकर इलाज कराने ले गए, इस बीच भाभी ने लगा ली फांसी
भोपाल। छोला थाना क्षेत्र में रहने वाले एक देवर-भाभी ने आपसी विवाद के बाद बीती रात फांसी लगा ली। देवर ने पहले फांसी लगाई तो घर वालों ने उसे फंदे से उतारकर निजी अस्पताल लेकर चले गए। देवर के फांसी लगाने से आहत भाभी ने भी फांसी लगा ली। चूंकि देवर का इलाज कराने पूरा घर अस्पताल चला गया था, इस कारण जब भाभी ने फांसी लगाई तो उसे बचाने वाला कोई नहीं था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
छोला थाना पुलिस के अनुसार गंजबासौदा निवासी हेमवती बाई पत्नी राजकुमार अहिरवार (23) चांदबाड़ी के सुंदर नगर परिवार के साथ रहती थी। हेमवती की शादी 2016 में हुई थी, उसमके तीन बच्चे हैं। राजकुमार ई-रिक्शा चलाता है। राजकुमार के साथ उसका छोटा भाई आकाश भी साथ रहता है। बीती रात राजकुमार की पत्नी हेमवती बाई और देवर आकाश के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।
विवाद के बाद लगाई फांसी
विवाद कर रहे देवर-भाभी को राजकुमार ने शांत कराकर दोनों को अपने-अपने कमरे में भेज दिया। इसके बाद आकाश ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। रात साढ़े दस बजे मां ने आकाश को फंदा लगाते हुए देखा तो चिल्लाने लगी। इतने में आसपास के लोग आ गए और आकाश को फंदे से उतारकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
इधर आकाश को इलाज कराने लेकर जाने के बाद उसकी भाभी हेमवती बाई घर में अकेली थी। आत्मग्लानिक के कारण उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घर वाले देर रात जब लौटकर आए तो देखा कि हेमवती बाई फंदे पर लटकी हुई है, उसकी मौत हो चुकी है।
मासूम बेटी ने लोगों को बताया
हेमवती बाई ने साड़ी का फंदा बनाकर छत के लिए लगे लोहे की पाइप पर लटककर अपनी जान दे दी। कुद देर बाद हेमवती की मासूम बेटी पायल ने देखा कि मां फंदे पर लटकी है। उसके बाद पायल ने पिता को फोन कर बताया कि मां ने फांसी लगा ली है। इसके बाद अस्पताल से लोग तुरंत घर पहुंचे और हेमवती को फंदे से उतारकर निजी अस्पताल पहंंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
Brother-in-law and sister-in-law hanged after a dispute, sister-in-law died, brother-in-law survived.