भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने अटेर विधानसभा क्षेत्र के 16 मतदान केंद्रों पर पुन:मतदान कराए जाने की मांग की है, वहीं कांगे्रस पार्टी ने इमरजेंसी में जिन शासकीय कर्मचारियों की मतदान कराने में ड्यूटी लगाई है, उन कर्मचारियों का मतदान करान की मांग चुनाव आयोग से की है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी अपनी-अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपा है। भाजपा ने पुन: मतदान और कांग्रेस ने मतदान से वंचित शासकीय कर्मचारियों का मतदान कराए जाने की मांग की है। मध्यप्रदेश शासन के मंत्री और भिंड जिले के अटेर से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने भारत निर्वाचन आयोग को शिकायत की है। भाजपा ने भाजपा के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है।
भिंड जिले के अटेर से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया ने मुख्य चुनाव आयुक्त नई दिल्ली को 16 मतदान केंद्रों की सूची भेजकर वहां पुन: मतदान कराए जाने की मांग का हवाला देकर ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अटेर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 11,12 खडित, 17, 41 निवारी, 48 बड़पुरा, 49 बड़पुरी, 55, 67, 69, 70, 71 किशुपुरा, 103 मनेपुरा, 169 पीथमपुरा, 170, 171, 211 बीसलपुरा में पदस्थ पीठासीन अधिकारियों व उनके दल द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलीभगत कर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया गया। उक्त मतदान केंद्रों पर बूथ कैप्चरिंग की घटना हुई, जिसकी शिकायत भाजपा कायज़्कताओज़्ं द्वारा तत्काल चुनाव आयोग को की गई थी, पर समुचित कार्यवाही नहीं हुई।
इन शिकायतों पर संबंधित मतदान केंद्रों के पीठासीन अधिकारियों ने भी निराकरण नहीं किया और आम मतदाता को मतदान केंद्र के बाहर ही हतोत्साहित कर मत प्रयोग करने से वंचित रखा गया। कई मतदान केंद्रों पर पीठासीन अधिकारियों को भी प्रभाव में रखकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूथ कैप्चरिंग की है। ऐसी स्थिति में उक्त सभी मतदान केंद्रों के मतदान को शून्य घोषित कर पुन: मतदान हेतु अधिसूचना जारी की जाए।
अचानक ड्यूटी लगाने से कर्मचारी मतदान से वंचित
कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि प्रदेश में कई कर्मचारियों को अचानक चुनाव ड्यूटी में लगाया गया जिसके चलते वह अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके। ऐसे में काउंटिंग से पहले उन्हें वोट देने का मौका दिया जाना चाहिए और दूसरा स्ट्रांग रूम में लगे कैमरों का लिंक उम्मीदवार को दिया जाय जिससे वहां जो कार्यकर्ता ड्यूटी करता है उसे राहत मिल सके।