स्वदेश ब्यूरो, भोपाल
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सामाजिक सरोकार कार्यक्रम अंतर्गत राजधानी की आधार संस्था के बच्चों के लिए चार पहिया एक वाहन भेंट किया। यह संस्था ऑटिज्म पीडि़त बच्चों की सेवा एवं उपचार के लिए कार्य करती है।
संस्था की प्रमुख डॉ. अनुपमा माहेश्वरी ने बताया कि गुरुवार को विश्व आत्मकेंद्रित दिवस के अवसर पर आधार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने क हा कि ऑटिज़्म एक मानसिक बीमारी है जो खासतौर पर बच्चों में पाई जाती है। इसके शिकार बच्चे बहुत अलग तरह का व्यवहार करते हैं जैसे की एक बात को बार-बार दोहराते रहते है। ये बीमारी मुख्य रूप से एक से पांच वर्ष तक के बच्चों में दिखाई देते हैं। ऑटिज्म रोग से ग्रस्त बच्चे अन्य बच्चों से अलग होते है।
सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने 2007 में 2 अप्रैल क ो इसकी शुरुआत की थी। तब से दुनिया में 2अप्रैल को ऑटिज़्म जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आधार संस्था ऑटिज्म पीडि़त बच्चों को विशेष थैरेपी, मार्गदर्शन व शिक्षा के माध्यम से उनमें भाषण,विचारों के संपे्रषण एवं सामाजिक संपर्क को बढ़ाने का कार्य करती है। इसके जरिए इन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने का जतन किया जाता है। उन्होंने कहा कि आधार के आधार के प्रयासों से आधा दर्जन बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हुए और बड़े होने पर स्नातक की शिक्षा हासिल करने में सफल रहे।