भोपाल। प्रदेश में कर्मी का सीजन शुरू हो गया है, प्रदेश की जनता को गर्मी के दिनों में पीने के पानी की किल्लक का सामना न करना पड़े। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों की जल-जीवन मिशन की समीक्षा की। अशोक नगर के राजघाट बांध परियोजना में देरी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताते हुए कहा कि समयसीमा निर्धारित है, उसमें कार्य पूरा करें। टाइमलाइन में काम नहीं होने पर कठोर निर्णय लिया जाएगा और ब्लैकलिस्टेड करने की चेतावनी भी दी। मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इतनी बड़ी कंपनी है, मजदूरों को भुगतान क्यों नहीं कर रही है, अधिकारियों को निर्देश दिए कि मजदूरों का भुगतान तुरंत कराएं। इसके अलावा दर्जन भर जिलों में परियोजनाओं में देरी और समय-सीमा में कार्य पूरे नहीं होने पर कहा कि घटिया निर्माण और परियोजनाओं में देरी करने वाले ठेकेदारों का भुगतान रोक दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रमुख तकनीकी कार्य ठेका लेने वाली बड़े ठेकेदार और कंपनियां ही करें। पेटी कांटेक्टर को प्रमुख तीनकी कार्य न दिए जाएं। मुख्यमंत्री ने दोपहर 12:30 बजे से शाम करीब 7बजे तक जल-जीवन मिशन की समीक्षा की है।
नेताओं-अधिकारियों की सामूहिक जिम्मेदारी समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन महत्वाकांक्षी योजना है। केन्द्र और राज्य शासन के संसाधनों से क्रियान्वित होने वाले इस मिशन से हर घर में नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। योजना का सफल क्रियान्वयन सभी जन-प्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। योजना में हो रहे निर्माण कार्यों के प्रति सजग रहना और समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करना आवश्यक है। जल-स्त्रोतों को इस प्रकार चिन्हित किया जाए कि ग्रीष्म ऋतु में निरंतर जलापूर्ति सुनिश्चित की जा सके। मिशन में पाइप लाइन डालने के लिए की गई खुदाई का रेस्टोरेशन कार्य प्राथमिकता से तत्काल पूर्ण किया जाए। जिला तथा राज्य स्तर के अधिकारी निरंतर भ्रमण कर कार्यों की गुणवत्ता और समय-सीमा में उन्हें पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बारिश शुरू होने से पहले सभी रेस्टोरेशन के कार्य अनिवार्यत: पूर्ण कर लिए जाएं