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कार की सीट के नीचे छुपाकर ले जा रहे थे 15 लाख का गांजा, दो तस्कर गिरफ्तार

पुलिस से बचने कार की सीट के नीचे बनवा रखे थे लोहे के बॉक्स

भोपाल। क्राइम ब्रांच पुलिसने दो गांजा तस्करों को पकडक़र उनके पास से करीब 15 लाख रुपए कीमत की एक क्विंटल गांजा बरामद किया हैं। आरोपी इसे खपाने भोपाल लाये थे। तस्करी के लिए पुलिस से बचने दोनों आरोपी ने कार को मॉडिफाई किया था। कार की सीट के नीचे लोहे के बॉक्स बनवाए थे। इन्हीं बाक्स में गांजा रखकर दोनों आरोपी ओडिशा से भोपाल गांजे की तस्करी करते थे। क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

घटनाक्रम: क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात मुखबिर ने भोपाल में गांजे की बड़ी खेप आने की सूचना दी थी। जिसके बाद शहर के अलग-अलग एंट्री प्वाइंट पर क्राइम ब्रांच की टीम तैनात की गई थी। बदमाश रईस रेडियो और उसका साथी अबरार खान गांजे की खेप के साथ जब सेंट्रल जेल रोड बायपास पहुंचा, तभी पुलिस की टीम ने आरोपियों की कार को रोका और आरोपियों की कार की तलाशी ली। जिसमें गांजे के 10-10 किलोग्राम के 10 पैकेट मिले। इसके बाद अबरार और रईस खान उर्फ रेडियो को गिरफ्तार कर लिया गया।

ओडिशा से भोपाल में खपाने लाए थे खेप:
क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि जब्त किए गए गांजे की बाजार में करीब 15 लाख रुपए कीमत है। रईस रेडियो और उसके साथी अबरार ने गांजे की तस्करी करने के लिए अपनी निजी कार को मॉडिफाई कराया था। कार की सीट के नीचे लोहे के बाक्स बनवाए थे। इन्हीं बाक्स में गांजा रखकर आरोपी ओडिशा से भोपाल गांजे की तस्करी करते थे।

कुछ हफ्ते पहले ही जेल से छूटा था रईस रेडियो:
पुलिस ने बताया कि रईस खान उर्फ रेडियो नशीले पदार्थों की तस्करी, मारपीट, अड़ीबाजी जैसे मामलों में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। वह कुछ हफ्ते पहले ही जेल से रिहा हुआ था। पुलिस रईस रेडियो से गांजे की तस्करी के लोकल नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है। ताकि राजधानी में नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वालों को पकड़ा जा सके।

पुलिस की निगरानी के लिए रखता था वायरलेस:
बदमाश रईस खान का नाम रईस रेडियो भोपाल पुलिस ने रखा है। दरअसल, आदतन अपराधी रईस खान, पुलिस महकमे में सांठ-गांठ कर पुलिस का वायरलेस सेट साथ में रखता था। वह ऐसा पुलिस के मूवमेंट की निगरानी करने के लिए किया करता था। इसके चलते तत्कालीन पुलिस अफसरों ने बदमाश रईस खान का नाम रईस रेडियो रख दिया। तभी से रईस खान का नाम रईस रेडियो हो गया।

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