गणेशमंदिर से गायत्री मंदिर तक 2500 मीटर यानि ढाई किमी लंबाई का ओवरब्रिज अब बस बनने में हैं। ये ब्रिज आपको एमपी नगर की ओर जाने वाले ट्रैफिक से बचाते हुए सीधे अरेरा हिल्स या फिर जिंसी की ओर निकाल देगा। यानि अभी गणेशमंदिर से प्रगति पेट्रोल पंप के सामने से बोर्ड ऑफिस और गुरुदेव गुप्त चौराहा तक कई ट्रैफिक सिग्रल और चौराहों से गुजरते हुए आपको दस से पंद्रह मिनिट का समय लगता था अब बमुश्किल तीन से चार मिनिट में आप पहुंच जाएंगे।
ढाई किलोमीटर लंबे इस ब्रिज को बनाने में 140 करोड रुपए का खर्च हुए हैं। इसमें पीयर्स व स्लैब का काम पूरा हो गया है। ब्रिज की एप्रोच का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। मेट्रो ट्रेन की लाइन के समानांतर यह ब्रिज है। मौजूदा बीआरटीएस पर इसे बनाया गया है। यह बीआरटीएस के एलिवेटेड लेन के तौर पर काम करेगा। इससे एमपी नगर में ट्रैफिक घटेगा। जिन लोगों को सीधे जिंसी की ओर जहांगीराबाद की ओर जाना होगा वही इस ब्रिज से बिना एमपी नगर की भीड़ में उलझे निकल जाएंगे।
2020 के आखिर में इसके लिए एजेंसी तय हुई। इसके लिए केंद्र सरकार ने सेंट्रल रोड फंड (सीआरएफ) से राशि तय थी। इसमें 120 करोड़ रुपए सिविल वर्क पर खर्च हुए।
ब्रिज एक नजर
– 1800 मीटर लंबे ब्रिज का निर्माण गायत्री मंदिर तक किया गया था स्वीकृत।
– 700 मीटर अतिरिक्त बढ़ाया है ब्रिज
– 2500 मीटर लंबाई है ब्रिज की
– 24 माह में काम पूरा करने का था दावा
– 140 करोड़ रुपए में हो जाएगा पूरा निर्माण।
– 120 करोड़ रुपए सिविल में हुए खर्च
काम पूरा हुआ- शकील जावेद, ईई, पीडब्ल्यूडी ब्रिज
ब्रिज का काम लगभग पूरा हो गया है। हम तय समय पर आमजन के लिए इसे शुरू कर देंगे।