ग्वालियर के घाटीगांव में बाबा गरीबदास के आश्रम के बाहर जंगल में गरीबदास महाराज की बेरहमी से हत्या की गई है। हत्या करने वालों ने पहले बाबा के हाथ पैर बांधे, चेहरा कपड़े से बांधा उसके बाद मुंह में कपड़ा ठूंसा और टॉर्च भी घुसेड़ दी। इसके बाद गला दबाकर हत्या की गई। जिस तरह से हत्या की गई है उससे साफ है कि हत्या का समय रात का रहा होगा। किसी आहट के बाद बाबा अपनी टॉर्च लेकर देखने गया होगा और उसी समय बदमाशों ने उसे टारगेट किया होगा। बाबा के आश्रम स्थित कमरे की अलमारी भी खुली हुई मिली। जंगल में बाबा के निर्वस्त्र शव की सूचना पुलिस को ग्रामीणों ने दी। सूचना पर एएसपी जयराज कुबेर व फोरेंसिक विशेषज्ञ अखिलेश भार्गव भी घटना स्थल की पड़ताल के लिए मौके पर पहुंचे। हत्या के बाद से आश्रम के आसपास तनाव का माहौल है। एएसपी जयराज कुबेर ने बताया कि घाटीगांव थाना क्षेत्र के भंवरपुरा के जंगल में संत गरीबदास महाराज का शव मिलने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस की फोरेंसिक व फिंगरप्रिंट शाखा की टीम को घटना स्थल की पड़ताल के लिए मौके पर बुलाया गया। घटनास्थल व आश्रम में बाबा के आश्रम में पुलिस टीम ने पड़ताल की है। बाबा की बड़ी ही बेरहमी से हत्या की गई है। जब पुलिस पहुंची तो बाबा का शव पड़ा हुआ था। हाथ-पैर बंधे हुए थे। हत्या करने वालों ने चेहरा भी बांधा था। मुंह में कपड़ा व टॉर्च ठूंसा गया था जिससे बाबा शोर न मचा सके। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार को बाबा के शव का पोस्टमार्टम किया गया है।
आश्रम के पीछे जंगल में पड़ा था शव
संत गरीबदास के आश्रम पर रामबरन आदिवासी रविवार शाम को सफाई करने पहुंचा तब वहां बाबा नहीं दिखे तो वह आश्रम के अंदर बने बाबा के कमरे में पहुंचा, तो वहां पर बाबा की अलमारी खुली हुई थी। अलमारी का सामान भी बिखरा पड़ा हुआ था। इस पर रामबरन ने अन्य ग्रामीणों के साथ आश्रम के आसपास बाबा की तलाश की तब आश्रम के पीछे के हिस्से के जंगल में बाबा का शव मिला। आश्रम के सेवक रामबरन ने थाना प्रभारी शैंलेंद्र गुर्जर को बताया कि वह व उसकी पत्नी आश्रम की सफाई करती थी, बाबा के पास रुपए के संबंध में पूछने पर उसने बताया कि रुपए होंगे तो हजार-पांच सौ से ज्यादा नहीं होंगे।