जिले के फाइनल नोटिफिकेशन के रीवा संभागायुक्त और कलेक्टर ने शुरू कीं बैठकें
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मऊगंज को जिला बनाने का ऐलान करने के बाद अब यहां शासकीय कालेज खोलने के फैसले से एमपी के साथ यूपी बार्डर के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए राहत मिलेगी। इधर रीवा संभागायुक्त और कलेक्टर ने मऊगंज में 15 अगस्त के पहले कलेक्टर, एसपी और अन्य अफसरों की पदस्थापना के मद्देनजर मैदानी व्यवस्थाओं को लेकर बैठकें शुरू कर दी गई हैं। इसको लेकर 19 जुलाई को रीवा जिला मुख्यालय में नवगठित जिले की व्यवस्थाओं पर चर्चा करना तय किया गया है।
शिवराज कैबिनेट ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में नवगठित होने वाले मऊगंज जिले में एक शासकीय कालेज खोलने का ऐलान किया है। इस कालेज के खुलने के बाद हनुमना तहसील के 200 से अधिक गांवों और यूपी के मिर्जापुर व सिंगरौली जिले से लगे ग्रामीण इलाकों के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए शासकीय कालेज उपलब्ध हो सकेगा।
विधायक प्रदीप पटेल ने इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के इंतजाम के बाद अब स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बड़े अस्पताल की दरकार भी इस क्षेत्र को है और इसके लिए सीएम से मांग करेंगे।
गौरतलब है कि मऊगंज में शामिल होने वाली देवतालाब विधानसभा की देवतालाब तहसील के गठन को लेकर भी राजस्व विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है और एक महीने में दावे आपत्ति मांगे हैं।
Along with making Mauganj a district, the youth of the border will be benefited by opening a college in Hanumana.